LOK SABHA ELECTION 2019 : आइए जानते हैं कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी के बारे में
2014 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने भाजपा की स्मृति ईरानी को हराया था, राहुल गांधी अपने पिता राजीव गांधी के बाद लगातार इस सीट से तीन बार सांसद बने हैं
नई दिल्ली:
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (CONGRESS) के अध्यक्ष राहुल गांधी (RAHUL GANDHI) का संसदीय क्षेत्र अमेठी (AMETHI) है. इस लोक सभा सीट (LOK SABHA SEAT) पर शुरू से ही कांग्रेस (CONGRESS) का कब्जा रहा है. सिर्फ एक बार जनता पार्टी (JANTA PARTY) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने जीत दर्ज की थी. आगामी लोकसभा चुनाव 2019 (LOK SABHA ELECTION 2019) के लिए सपा और बसपा ने गठबंधन किया है. जिसमें अमेठी लोकसभा सीट (AMETHI LOK SABHA SEAT)कांग्रेस के लिए छोड़ दिया था. लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांघी बैक फुट पर खेलने से इंकार कर दिया. फ्रंट फुट पर खेलते हुए उत्तर प्रदेश के सभी लोकसभा सीट (80) पर अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी. इसके लिए अपनी बहन प्रियंका गांधी को पार्टी का महासचिव नियुक्त किया गया है. 2014 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने भाजपा के स्मृति ईरानी को हराया था. राहुल गांधी अपने पिता राजीव गांधी के बाद लगातार इस सीट से तीन बार सांसद बने हैं.
अमेठी लोकसभा सीट का राजनीतिक इतिहास
अमेठी लोकसभा सीट से 1967 से लेकर 2014 तक 10 लोग सांसद निर्वाचित हुए. 1967 से लेकर 1971 तक इसकी संसदीय संख्या 24 था. 1967 में कांग्रेस के वी डी वाजपेयी (V D VAJPAYEE) इस सीट से पहले सांसद बने. वह भारतीय जन संघ के गोकुल प्रसाद (GOKUL PRASAD) को हराया था. 1971 में कांग्रेस के विद्याधर वाजपेयी (VIDYADHAR VAJPAYEE) ने इस सीट से दूसरे सांसद बने. उसने भारतीय जन संघ के गोकुल प्रसाद को शिकस्त दी थी. गोकुल प्रसाद को लगातार दो बार हार का सामना करना पड़ा.
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1977 से लेकर 1999 तक इसकी संसदीय संख्या 24 को बदलकर 25 कर दिया गया. इस दौरान दो उपचुनाव भी हुए. पहला उपचुनाव 1981 में और दूसरा उपचुनाव 1991 में हुआ. 1977 में बीएलडी के रवींद्र प्रताप सिंह कांग्रेस के संजय गांधी को हराकर सांसद बने थे. लेकिन चुनावी समीकरण को बदलते हुए 1980 में संजय गांधी (SANJAY GANDHI) ने जेएनपी के रवींद्र प्रताप सिंह को पटखनी दी थी. यह वह दौर था जब देश में आपातकाल (EMERGENCY) लगाया गया था. आपातकाल के बाद कांग्रेस का जनाधार देश में बहुत ही कम हो गया था. इसलिए इंदिरा गांधी (INDIRA GANDHI) के छोटे पुत्र संजय गांधी को हार का सामना करना पड़ा. 1980 में कांग्रेस की वापसी हुई. 1980 में संजय गांधी अमेठी के सांसद बने. लेकिन विमान दुर्घटना में संजय गांधी की मौत हो गई. इससे कांग्रेस को बहुत बड़ा सदमा लगा.
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इसके बाद राजीव गांधी (RAJEEV GANDHI) सक्रिय राजनीति में उतरे. 1981 के उपचुनाव में राजीव गांधी ने एलकेडी के एस यादव को धूल चटाई थी. 1984 में राजीव गांधी फिर सांसद बने. इस बार उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार मेनका गांधी को हराया था. क्योंकि मेनका गांधी (MENKA GANDHI) पारिवारिक कलह से कांग्रेस से अलग हो गईं थीं. 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या हो जाती है. इंदिरा गांधी की हत्या के बाद कांग्रेस को जबर्दश्त जनाधार मिला था. 1989 में राजीव गांधी जनता दल के राज मोहन गांधी को पराजित कर दिया. 1991 में हुए उपचुनाव में कांग्रेस के सीएसके शर्मा ने भाजपा के एमएम सिंह को हराया था. 1991 में ही दो बार लोकसभा चुनाव हए. 1991 में राजीव गांधी ने भाजपा के रवींद्र प्रताप को हराकर जीत दर्ज की. लेकिन 1991 में राजीव गांधी की नृशंस हत्या कर दी गई. राजीव गांधी लगातार तीन बार अमेठी से सांसद बने. कुल चार बार यहां से सांसद बने.
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1996 में सतीश शर्मा ने कांग्रेस का बागडोर संभालते हुए भाजपा के राजा मोहन सिंह को हराकर हांथ की विजय रथ को बरकरार रखा. लेकिन 1998 में भाजपा के संजय सिंह ने कांग्रेस के कैप्टन सतीश शर्मा को हराकर कमल खिला दिया. 1999 में सोनिया गांधी ने अपने पति राजीव गांधी के संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ीं. वह भाजपा के संजय सिंह को हार का मुंह दिखाया. 2004 में राहुल गाधी ने बहुजन समाज पार्टी के चंद्र प्रकाश मिश्रा मतियारी को शिकस्त देकर पहली बार सांसद बने. 2009 में राहुल गांधी ने फिर से बसपा के आशीष शुक्ला को हराया. 2014 के लोकसभा चुनाव में राहुल ने लगातार तीसरी बार जीत दर्ज करते हुए भाजपा के स्मृति ईरानी को पराजित कर दिया. यहां से कांग्रेस के संजय गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी और राहुल गाधी सांसद बने हैं.
अमेठी संसदीय क्षेत्र में जातियों का समीकरण
अमेठी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र जातियों की प्रतिशत के बारे में बात करें तो ओबीसी 22 फीसदी, मुसलमान 20 फीसदी, अनुसूचित 15 फीसदी, ब्राह्मण 12 फीसदी, क्षत्रिय 11 फीसदी और अन्य 20 फीसदी हैं.
अमेठी संसदीय क्षेत्र में कुल मतदाता
इस क्षेत्र से कुल मतदाता की संख्या 18 लाख 67 हजार है. जिसमें पुरुषों की संख्या 9 लाख 45 हजार हैं तो वहीं महिलाओं की संख्या 9 लाख 22 हजार हैं.
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अमेठी मे कुल विधानसभा सीट
अमेठी संसदीय क्षेत्र में चार विधानसभा सीट हैं. अमेठी सदर, गौरीगंज, तिलाई और जगदीशपुर. चार में से भाजपा के तीन विधायक हैं. एक पर सपा ने बाजी मारी थी. अमेठी सदर से विधायक भाजपा के गरिमा सिंह हैं. गौरीगंज से सपा के राकेश प्रताप सिंह ने जीत दर्ज की थी. जगदीशपुर से भाजपा के सुरेश पासी ने कमल खिलाया. तिलाई से विधायक भाजपा के मयंकेश्वर शरण सिंह हैं.
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