जयपुर के एसएमएस अस्पताल में आईसीयू में लगी भीषण आग में 6 मरीजों की मौत हो गई. हादसे में कई मरीज झुलस गए और अस्पताल में अफरातफरी मच गई. घटनास्थल की तस्वीरें स्थिति की भयावहता दिखाती हैं.
जयपुर के प्रसिद्ध सवाई मानसिंह (एसएमएस) अस्पताल में रविवार (5 अक्टूबर) रात एक बड़ा हादसा हो गया. अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर के आईसीयू में अचानक आग लग गई, जिसमें छह मरीजों की मौत हो गई. मृतकों में चार पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं. साथ ही इस हादसे में कई मरीज झुलस गए. घटनास्थल की तस्वीरें स्थिति की भयावहता दिखाती हैं. मिली जानकारी के मुताबिक, हादसे के वक्त आईसीयू में 24 मरीज भर्ती थे. बाकी मरीजों को तुरंत दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया गया, जिनका इलाज जारी है.
कैसे लगी आग?
प्रारंभिक जांच में माना जा रहा है कि यह हादसा शॉर्ट सर्किट की वजह से हुआ. डॉक्टरों के अनुसार, आईसीयू में गंभीर हालत में भर्ती मरीज पहले से ही जीवन रक्षक उपकरणों पर थे और उनमें से कई कोमा में थे. आग लगते ही वेंटिलेशन न होने और टॉक्सिक गैसों के फैलने के कारण मरीजों की हालत और बिगड़ गई.
दमकल की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं, लेकिन आग पर काबू पाने में दो घंटे से अधिक समय लग गया. इस दौरान घने धुएं और गर्मी के कारण बचाव कार्य बेहद मुश्किल हो गया.
#WATCH | Jaipur, Rajasthan | On the fire tragedy at the ICU ward of SMS Hospital, Rajasthan DGP Rajiv Kumar Sharma says, "...We have asked the Jaipur Police Commissioner to find the root cause of the incident. We will also take the help of FSL and the fire department teams. We… pic.twitter.com/MbQ3YiqLMX
— ANI (@ANI) October 6, 2025
अफरातफरी और देरी से पहुंची मदद
आपको बता दें कि हादसे के वक्त अस्पताल में भारी अफरातफरी मच गई. परिजन अपने मरीजों को बचाने के लिए बेड समेत बाहर ले जाने लगे. चश्मदीदों के अनुसार, जब आग लगी तो अस्पताल का स्टाफ घबराकर बाहर निकल गया, जिससे मदद करने वाला कोई नहीं था. कई मरीजों को उनके परिजनों और मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने बाहर निकाला.
पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाला और कई लोगों की जान बचाई. हालांकि, दमकल विभाग की गाड़ियां देर से पहुंचीं, जिसके कारण आग फैल गई और धुआं पूरे आईसीयू में भर गया.
दमकल ने तोड़े शीशे, मुश्किल से बचाई गईं जानें
दमकलकर्मियों ने पीछे के शीशे तोड़कर आग पर काबू पाने की कोशिश की. लेकिन धुएं और गर्मी के कारण आईसीयू के अंदर जाना बेहद कठिन हो गया. बताया जा रहा है कि वेंटिलेशन सिस्टम और फायर इक्विपमेंट सही तरह से काम नहीं कर रहे थे. सेंसर और अलार्म भी घटना के वक्त सक्रिय नहीं हुए, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई.
जांच के आदेश, प्रशासन पर सवाल
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और हाई लेवल जांच कमेटी बनाने के आदेश दिए हैं. फिलहाल, एफएसएल टीम आग लगने के सटीक कारण की जांच कर रही है.
लोगों का आरोप है कि अगर अस्पताल प्रशासन ने समय पर कदम उठाए होते और सुरक्षा इंतजाम बेहतर होते, तो इन छह लोगों की जान बचाई जा सकती थी.
राजस्थान का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल होने के बावजूद एसएमएस में फायर सेफ्टी के इंतजाम नाकाफी साबित हुए. हादसे ने अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. अब देखने वाली बात यह होगी कि जांच के बाद किन जिम्मेदारों पर कार्रवाई होती है और भविष्य में ऐसी त्रासदी दोबारा न हो, इसके लिए क्या कदम उठाए जाते हैं.
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