उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली में 5 अगस्त 2025 को कुदरत का ऐसा कहर टूटा, जिसे देख हर कोई सहम गया. यहां एक बार नहीं, बल्कि तीन-तीन बार मलबे का सैलाब आया और पूरे कस्बे को तबाह कर गया. आपको बता दें कि इस भयानक मंजर का एक नया वीडियो सामने आया है, जिसमें धराली का बाजार, मकान और सड़कें मलबे में समाते नजर आ रहे हैं. इस भीषण आपदा ने इलाके की कनेक्टिविटी और जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है.
पहली लहर
पहली घटना तब हुई जब पास की झील का बांध टूटा और पानी ने तेज बहाव के साथ धराली में दस्तक दी. चारों ओर अफरा-तफरी मच गई. लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे. कोई पास के जंगल की ओर दौड़ा, तो कोई घर या इमारत के भीतर छिपने की कोशिश करने लगा. पास की सड़क पर खड़े लोग सीटी बजाकर और चिल्लाकर दूसरों को सतर्क कर रहे थे, लेकिन तेज रफ्तार बहाव में कई लोग फंस गए.
दूसरी लहर
पहली लहर थमने के बाद लगा कि खतरा टल गया है, लेकिन तभी मलबे का दूसरा अटैक हुआ. यह लहर और भी खतरनाक थी. पानी और कीचड़ का सैलाब घर, दुकान और वाहन सब बहा ले गया. पुल के आसपास खड़े पेड़-पौधे तक जड़ से उखड़कर बह गए. जमीन दलदल में बदल गई, जिससे बच निकलना मुश्किल हो गया.
तीसरी लहर ने मिटा दिया सब कुछ
लोग अभी दूसरे हमले से उबर भी नहीं पाए थे कि तीसरी और सबसे विनाशकारी लहर आई. यह लहर इतनी ताकतवर थी कि धराली का पूरा बाजार पल भर में मलबे में बदल गया. ऊंचाई से आता हुआ मलबा इतनी तेज रफ्तार से बहा कि पक्की इमारतें तक टूटकर बिखर गईं. जो टूटा हुआ पुल वीडियो में नजर आ रहा है, वह इस त्रासदी का गवाह बन चुका है.
धराली में कई जगहों पर 30 फीट से ज्यादा ऊंचाई तक मलबा भर चुका है. बाजार, सड़कें, दुकानें, पुल- सब दलदल में समा गए हैं. लोग अपने घरों और अपनों की तलाश में भटक रहे हैं. यह त्रासदी उत्तराखंड की उन सबसे भयावह प्राकृतिक आपदाओं में से एक है, जिसमें कुदरत ने एक बार नहीं, बल्कि कई बार प्रहार कर पूरे इलाके का नक्शा ही बदल दिया. धराली अब खंडहर और मलबे का ढेर बन चुका है, जहां कभी जिंदगी और रौनक हुआ करती थी.
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