MP News: इंदौर में दशहरे पर रावण नहीं, सोनम-मुस्कान सहित इन 11 महिलाओं का जलेगा पुतला

मध्य प्रदेश के इंदौर में इस बार दशहरे पर सोनम और मुस्कान जैसे कुख्यात चेहरों के पुतले जलेंगे. इसका उद्देश्य बुराई के नए रूपों को पहचानना और समाज को अपराध के प्रति जागरूक करना है.

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Deepak Kumar
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मध्य प्रदेश के इंदौर में इस बार दशहरे पर सोनम और मुस्कान जैसे कुख्यात चेहरों के पुतले जलेंगे. इसका उद्देश्य बुराई के नए रूपों को पहचानना और समाज को अपराध के प्रति जागरूक करना है.

इस साल मध्य प्रदेश के इंदौर में दशहरा कुछ अलग अंदाज में मनाया जाएगा. आमतौर पर दशहरे पर रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के पुतले जलाए जाते हैं, लेकिन इस बार रावण का नहीं, बल्कि 11 मुखी ‘आधुनिक शूर्पणखा’ का पुतला जलाने का ऐलान किया गया है.

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क्यों जलाया जाएगा सोनम-मुस्कान का पुतला?

आपको बता दें कि इंदौर की संस्था पौरुष ने फैसला लिया है कि इस बार दशहरे पर उन महिलाओं का पुतला जलाया जाएगा, जिन्होंने अपने पति या बच्चों की हत्या जैसे गंभीर अपराध किए हैं. इस 11 मुखी पुतले में सबसे प्रमुख नाम सोनम रघुवंशी और मुस्कान का होगा.

इन कुख्यात महिलाओं के नाम शामिल

जानकारी के मुताबिक, पुतले पर इन 11 महिलाओं की तस्वीर लगाई जाएगी. इन सभी पर पति या बच्चों की हत्या का आरोप है.

  • इंदौर की सोनम रघुवंशी

  • मेरठ की मुस्कान

  • राजस्थान की हर्षा

  • जौनपुर की निकिता सिंघानिया

  • दिल्ली की सुष्मिता

  • फिरोजाबाद की शशि

  • बेंगलुरु की सूचना सेठ

  • मुंबई की चमन उर्फ गुड़िया

  • औरैया की प्रियंका

  • देवास की हंसा पटेल

सोनम और मुस्कान के सनसनीखेज मामले

मालूम हो कि सोनम रघुवंशी ने अपने पति और इंदौर के कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या अपने प्रेमी और सुपारी किलरों की मदद से करवाई थी. इस मामले ने पूरे प्रदेश को हिला दिया था. वहीं, मुस्कान (मेरठ)  ने अपने पति सौरभ को नशे  की दवाई खिलाकर प्रेमी की मदद से उसकी हत्या कर दी थी और लाश को नीले ड्रम में छिपा दिया था. यह वारदात देशभर में सुर्खियों में रही.

आयोजन का मकसद

संस्था का कहना है कि इस अनोखे पुतला दहन का मकसद समाज को ऐसे अपराधों के प्रति सचेत करना है. आयोजकों का मानना है कि जब महिलाएं, जिन्हें समाज की आधारशिला कहा जाता है, इस तरह के अपराधों में लिप्त हो जाती हैं तो समाज का संतुलन बिगड़ सकता है. स्थानीय विधायक उषा ठाकुर ने भी इस फैसले का समर्थन किया है. उनका कहना है कि यह एक सही कदम है क्योंकि इससे समाज को यह संदेश जाएगा कि अपराधी चाहे पुरुष हो या महिला, उसका विरोध होना चाहिए.

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