आबादी वाले इलाकों में आदमखोर तेंदुओं की बढ़ती गतिविधियों से लोगों में दहशत का माहौल है. महाराष्ट्र के कई जिलों में तेंदुए के हमले लगातार सामने आ रहे हैं, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है. अहिल्या नगर में हालात इतने गंभीर हो गए हैं कि गुस्साए ग्रामीण सड़कों पर उतर आए और वन विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया. लोगों का आरोप है कि लगातार हमलों के बावजूद तेंदुए को पकड़ने में नाकामी मिल रही है.
हाल ही में एक छह साल के बच्चे को तेंदुए ने मां-बाप के सामने उठा लिया, जिससे इलाके में डर और गुस्सा दोनों बढ़ गए हैं. वन विभाग ने 200 से ज्यादा पिंजरे लगाए हैं और सर्च ऑपरेशन चला रहा है, लेकिन अब तक कोई ठोस सफलता नहीं मिली.
चंद्रपुर, नागपुर और अन्य इलाकों में भी तेंदुए के घरों में घुसने और सीसीटीवी में कैद होने के मामले सामने आए हैं. विपक्ष ने सरकार से इसे आपदा घोषित करने और सख्त कदम उठाने की मांग की है.
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