India Russia Relation: पुतिन और प्रधानमंत्री मोदी के बीच चर्चा में ट्रंप की योजना पर रूस की राय साफ हो सकती है. जबकि दोनों देशों के मजबूत बंधन अमेरिका के दबाव को चुनौती देंगे.
India Russia Relation: रूसी प्रेसिडेंट व्लादमीर पुतिन के भारत दौरे में अब कुछ ही वक्त बचा है. 4 और 5 दिसंबर को होने वाली इस भारत यात्रा को भारत रूस के रिश्तों का नया अध्याय माना जा रहा है. लेकिन यह दौरा सिर्फ व्यापार और मिलिट्री सहयोग तक सीमित नहीं है. अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप की यूक्रेन शांति योजना के बीच यह यात्रा वैश्विक राजनीति का नया खेल बन गई है.
2021 के बाद है पहला दौरा
पुतिन और प्रधानमंत्री मोदी के बीच चर्चा में ट्रंप की योजना पर रूस की राय साफ हो सकती है. जबकि दोनों देशों के मजबूत बंधन अमेरिका के दबाव को चुनौती देंगे. सबसे पहले समझते हैं इस दौरे का सिलसिला. यह 23वीं भारत रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन का हिस्सा है. पुतिन का यह दौरा 2021 के बाद पहला भारत दौरा है और कुल मिलाकर उनका 10वां भारत दौरा है.
क्रमन की ओर से कहा गया है कि यात्रा राजनीतिक, आर्थिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में रिश्तों को मजबूत करेगी. पुतिन ने मंगलवार को मॉस्को में एक निवेश मंच पर कहा कि हम भारत के साथ सहयोग को नई गुणवत्ता देंगे. ऊर्जा, उद्योग, अंतरिक्ष, कृषि जैसे क्षेत्रों में जॉइंट प्रोजेक्ट्स से रिश्ते मजबूत होंगे. उन्होंने भारत से ज्यादा सामान आयात करने की बात कही ताकि व्यापार बढ़े.
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