Delhi NCR Pollution: नोएडा में बढ़ते प्रदूषण को लेकर एक ओर जहां ग्रैफोर्ड लागू कर दिया गया है तो वहीं नोएडा प्राधिकरण ने अपने ऑफिस और फील्ड के वाहनों को इलेक्ट्रिक व्हीकल में बदलने का फैसला लिया.
Delhi NCR Pollution: नोएडा में बढ़ते प्रदूषण को लेकर एक ओर जहां ग्रैफोर्ड लागू कर दिया गया है तो
वहीं नोएडा प्राधिकरण ने अपने ऑफिस और फील्ड के वाहनों को इलेक्ट्रिक व्हीकल में बदलने का फैसला लिया. इसके साथ ही स्कूल, कॉलेजों के छात्रों और कंपनियों के लिए भी एडवाइज़री जारी कर दी गई है. हम लोगों ने सारा यूनिवर्सिटीज एंड आईटी कंपनी से जहां पर ज्यादा फुटफॉल है, जहां पर ज्यादा व्हीकल और मूवमेंट है उन लोगों से रिक्वेस्ट किया वर्क फ्रॉम होम काम शुरू कर दे एंड हाइब्रिड मॉडल में बच्चों को ऑनलाइन क्लासेस भी काम शुरू कर दे. फिलहाल तो फिफ्थ स्टैंडर्ड तक तो स्कूल में ये नियम लागू हो गया है. लेकिन फिर उससे ऑनलाइन मॉडल और हाइब्रिड मॉडल शुरू करने के लिए रिक्वेस्ट किया हुआ है.
ये आईटी कंपनी और यूनिवर्सिटीज से भी रिक्वेस्ट किया कि अगले ग्रैप फोर जब तक रहेगा कोई मेजर इवेंट्स और सेलिब्रेशन ना करें, जिसकी वजह से धूल जिसकी वजह से प्रदूषण बढ़ सकता है. दिल्ली एनसीआर में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण को देखते हुए अब नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम एक्शन में आए हैं. लोकेश एम द्वारा तमाम कॉलेज स्कूल के मैनेजमेंट के साथ-साथ इंडस्ट्री चलाने वाले लोगों के साथ मीटिंग की और मीटिंग करने के बाद इस बात के लिए आग्रह किया है कि जो भी स्टूडेंट या कर्मचारी आईटी कंपनियों में जाते हैं, वह लूप ड्राइविंग के माध्यम से जाएं. यानी अकेले-अकेले गाड़ी लेकर घरों से ना निकलें. एक गाड़ी में कई लोग सवार होकर जाएं. इसके अलावा फैक्ट्रियों में चलने वाले जो डीजल जनरेटर हैं उनको 70 और 30 के रेश्यो में चलाने की बात कही है.
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