केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा है कि अरावली में किसी भी तरह की कोई छूट नहीं दी गई है. उन्होंने कहा कि अरावली का क्षेत्र पर 1.44 लाख वर्ग किलोमीटर है, जिसमें से सिर्फ 0.19 प्रतिशत हिस्से में ही माइनिंग की अनुमति है. उन्होंने कहा कि आज 90 से ज्यादा अरावली सुरक्षित है. केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि अरावली मामले पर सुप्रीम कोर्ट में भी सहयोग करेंगे.
अरावली को लेकर क्या बोले भूपेंद्र यादव?
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि, अरावली में कोई भी रिलैक्सेशन नहीं दिया गया. अरावली भारत के चार राज्यों दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात तक फैली हुई है. जो इन राज्यों के कुल 39 जिलों में फैली हुई है. उन्होंने बताया कि अरावली की याचिका 1985 से चल रही थी. इस पर में चलने के बाद अरावली में माइनिंग के कड़े नियम होने चाहिए. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, हम भी इसका पूरी तरह से समर्थन करते हैं, सुप्रीम कोर्ट ने चारों राज्यों को कहा कि अरावली की सेम डेफिनेशन होनी चाहिए. जिसमें 100 मीटर को रेंज 1968 की रिचर्ड मॉर्फ की जियोलॉजी स्टडी है. चलिए जानते हैं केंद्रीय मंत्री ने अरावली को लेकर क्या कुछ कहा...
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