logo-image

NTPC हादसा: राहुल गांधी को लापरवाही का अंदेशा, बोले- सरकारी नहीं, न्यायिक जांच हो

उत्तर प्रदेश में रायबरेली के ऊंचाहार स्थित नेशनल थर्मल पॉवर कॉरपोरेशन (एनटीपीसी) के संयंत्र में बॉयलर फटने से अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 80 लोगों के झुलस गए।

Updated on: 02 Nov 2017, 07:49 PM

highlights

  • रायबरेली के एनटीपीसी के संयंत्र में बॉयलर फटने से अब तक 30 लोगों की मौत
  • राज्य सरकार और एनटीपीसी ने मृतकों के परिजनों और घायलों के लिए मुआवजे का ऐलान किया
  • राहुल गांधी रायबरेली पहुंचे, पोस्टमॉर्टम हाउस का दौरा किया

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश में रायबरेली के ऊंचाहार स्थित नेशनल थर्मल पॉवर कॉरपोरेशन (एनटीपीसी) के संयंत्र में बॉयलर फटने से अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 80 लोगों के झुलस गए। 

केंद्र-राज्य सरकार और एनटीपीसी ने मृतकों के परिजनों और घायलों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है।

इस बीच कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी अपनी मां सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले पोस्टमॉर्टम हाउस का दौरा किया। उसके बाद वह ऊंचाहार के लिए रवाना हुए। 

कांग्रेस उपाध्यक्ष ने लापरवाही की आशंका जताते हुए कहा कि हादसे की न्यायिक जांच होनी चाहिए। राहुल ने कहा, 'NTPC घटना के पीड़ितों का दर्द देखकर बहुत दुःख हुआ। उनके परिवारों को बेहतर मुआवजा और सरकारी नौकरी व घायलों को हर संभव मदद मिलनी चाहिए।'

उन्होंने कहा, 'श्रमिकों की मांग है कि लापरवाही की वजह से हुई इस दुर्घटना की न्यायिक जांच होनी चाहिए और दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।'

राहुल ने कहा, '3 साल में प्लांट बनना था, ढाई साल में ही क्यों स्टार्ट हुआ, क्या जल्दी थी?'

राहुल गांधी इन दिनों गुजरात विधानसभा चुनाव प्रचार में जुटे हैं। वह राज्य का दौरा रद्द कर रायबरेली पहुंचे हैं। उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा भी रायबरेली का दौरा करने पहुंचे हैं।।

LIVE UPDATES:

ये लापरवाही का नतीजा है, सरकारी जांच नहीं, निष्पक्ष जांच होनी चाहिए: राहुल गांधी

# 3 साल में प्लांट बनना था, ढ़ाई साल में ही क्यों स्टार्ट हुआ, क्या जल्दी थी?: राहुल गांधी

# आरके सिंह ने कहा, पूरे मामले की 30 दिनों में जांच पूरी होगी

# ऊंचाहार पहुंचे राहुल गांधी, केंद्रीय मंत्री आरके सिंह से हुई अचानक मुलाकात

#  हादसे में घायलों को बेहतर इलाज के लिए दिल्ली भेज रही है सरकार

# प्रधानमंत्री मोदी ने मृतकों के परिवार वालों को 2 लाख रुपये के मुआवज़े की घोषणा की। इसके साथ ही घायलों को 50000 रुपये भी दिये जाएंगे। 

घायलों को दिल्ली भेजेगी सरकार

रायबरेली के सिविल अस्पताल पहुंचे मुख्य सचिव राजीव कुमार ने कहा कि अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है।

घायलों को जिला अस्पताल के साथ साथ इलाहाबाद के अस्पताल और लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। इनमें से कई की हालत नाजुक है। जिन्हें बेहतर इलाज के लिए दिल्ली भेजा जाएगा।

और पढ़ें: स्कूल में बिस्किट खाने की वजह से 100 बच्चों की तबियत बिगड़ी, 45 गंभीर

एनटीपीसी के क्षेत्रीय निदेशक आरएस राठी ने बताया कि गंभीर रूप से घायलों को एयर एंबुलेंस से मेदांता और अपोलो भेज रहे हैं।

मुआवजे का ऐलान

मृतकों के परिजनों को राज्य सरकार की तरफ से दो लाख रुपये, गम्भीर रूप से घायलों को 50 हजार रुपये और मामूली रूप से घायलों को 25 हजार रुपये मुआवजा दिया जाएगा।

वहीं एनटीपीसी मृतकों के परिजनों को 8-8 लाख रुपये मुआवजा देगी। इसके अलावा 5 लाख रुपये की अतिरिक्त मदद दी जाएगी।

बताया जा रहा है जिस वक्त यह हादसा हुआ, उस वक्त संयंत्र में 150 के करीब मजदूर काम कर रहे थे। जहां यह हादसा हुआ, वहां 500 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऊंचाहार दुर्घटना का संज्ञान लेते हुए प्रमुख सचिव (गृह) को बचाव और राहत कार्य के लिए हर संभव मदद के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को घायलों के समुचित इलाज के निर्देश दिए हैं।

और पढ़ें: अनंतनाग में CRPF दस्ते पर आतंकी हमला, 5 जवान घायल