Maha Kumbh 2025: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में भक्तों का सैलाब उमड़ रहा है. आज (18 जनवरी) को महाकुंभ का छठा दिन है. शनिवार की सुबह 10 बजे तक ही 19 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई. उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को सुबह 10 बजे तक 1.98 मिलियन यानी 19 लाख 80 हजार से ज्यादा श्रद्धालु महाकुंभ में शामिल होने के लिए पहुंचे
शुक्रवार तक इतने श्रद्धालुओं ने किया संगम में स्नान
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, महाकुंभ मेले के छठे दिन 10 लाख से ज्यादा कल्पवासियों और 9.84 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम पर डुबकी लगाई. वहीं शुक्रवार (17 जनवरी) तक के आंकड़ों के अनुसार, अब तक 73 मिलियन से अधिक तीर्थयात्री महाकुंभ मेले में आ चुके हैं. महाकुंभ में हर बार की भक्ति के अलग-अलग रंग दिखाई दे रहे हैं.
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6 किलो से सोने के आभूषण पहले नजर आए बाबा
इस बीच, भक्ति के एक अलग प्रदर्शन में, 'गोल्डन बाबा' के नाम से जाने जाने वाले निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर नारायणनंद गिरि महाराज आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं जो 6 किलोग्राम से अधिक वजन के सोने के आभूषण पहने दिखाई दे रहे हैं. स्वामी नारायण ने कहा कि ये आभूषण उन्हें "सकारात्मक ऊर्जा" देता है और पूजा के दौरान इसकी आवश्यकता होती है.
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नारायणनंद गिरि महाराज ने बताया कि इन टुकड़ों में रुद्राक्ष, मूंगा, क्रिस्टल, मूंगा और माणिक, नीलम और पन्ना जैसे अन्य कीमती पत्थर शामिल हैं, जिनका उपयोग पूजा के दौरान किया जाता है. उनके आभूषणों में श्रीयंत्र चिन्ह भी शामिल है. गोल्डन बाबा ने कहा, "मेरा नाम श्री श्री 1008 अनंत श्री विभूषित स्वामी नारायण नंद गिरिजी महाराज है. मैं केरल से हूं, और मैं सनातन धर्म फाउंडेशन का अध्यक्ष हूं. इसमें रुक्द्राक्ष, मूंगा, स्फटिक, मूंगा, देवताओं के लिए नटराज, नरिश्मा, मुरुगन, भद्रकाली के लिए समर्पित हैं."
उन्होंने कहा कि, 'मुझे पूजा के दौरान माणिक, नीलम और पन्ना जैसे विभिन्न पत्थरों की आवश्यकता होती है. इन सभी आभूषणों में कुछ खास है. मैं 6.8 किलोग्राम से अधिक वजन के आभूषण पहन रहा हूं. मैंने इन्हें 15 साल पहले पहनना शुरू किया था. ये रुद्राक्ष मेरे पिता ने दिए थे. यह सकारात्मक ऊर्जा देता हैं जो दूसरों पर भी प्रतिबिंबित होता है.'
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26 फरवरी तक चलेगा महाकुंभ
13 जनरवी से शुरू हुआ महाकुंभ इस बार 26 फरवती तक चलेगा. इस बार महाकुंभ में दुनियाभर के 40 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की संभावना है. जिसके लिए सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं. सोमवार को शुरू हुए महाकुंभ में अगले दिन यानी मंगलवार को मकर संक्रांति के मौके पर पहले अमृत स्नान में भाग लेने के लिए लाखों श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे और त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई.