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यूपी चुनाव 2017: उत्तर प्रदेश में सपा 298 सीटों लड़ेगी चुनाव, कांग्रेस के खाते में आईं 105 सीटें

सीटों को लेकर जारी लंबे टकराव के बाद उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस के बीच गठबंधन पक्का हो गया है। रविवार शाम साढ़े पांच बजे कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर और यूपी सपा प्रेसिडेंट नरेश उत्तम ने गठबंधन का औपचारिक ऐलान किया।

Updated on: 23 Jan 2017, 06:41 AM

highlights

  • उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में गठबंधन पर मुहर लग गई है
  • प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों में कांग्रेस 105 सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि सपा 298 सीटों पर चुनाव लड़ेगी

New Delhi:

सीटों को लेकर जारी लंबे टकराव के बाद उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस के बीच गठबंधन पक्का हो गया है। रविवार शाम कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर और यूपी सपा प्रेसिडेंट नरेश उत्तम ने गठबंधन का औपचारिक ऐलान किया।

गठबंधन के तहत समाजवादी पार्टी 403 विधानसभा सीटों में 298 पर चुनाव लड़ेगी वहीं कांग्रेस सीटों 105 पर चुनाव लड़ेगी। हालांकि संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव शामिल नहीं हुए। गठबंधन को लेकर घोषणा से पहले अखिलेश ने खुद को प्रेस कॉन्फेंस से अलग कर लिया। साथ ही गठबंधन में राष्ट्रीय लोक दल को जगह नहीं दी गई है। 

कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा था कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और एसपी के बीच गठबंधन ही नहीं, बल्कि महागठबंधन होगा।

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गठबंधन का ऐलान करते हुए नरेश उत्तम ने कहा, 'लोकतांत्रिक मूल्यों और समाजवादी व्यवस्था को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है।' उन्होंने कहा कि सपा और कांग्रेस साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि दोनों दलों के कार्यकर्ताओं अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाने के लिए हर कोशिश करेंगे। उत्तम ने कहा, 'मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में हम सांप्रदायिक ताकत को उखाड़ फेकेंगे।' 

इससे पहले शनिवार को सपा महासचिव नरेश अग्रवाल ने गठबंधन टूटने के लिए कांग्रेस की जिद को जिम्मेदार ठहराया था। अग्रवाल ने कहा था, 'करीब-करीब गठबंधन टूट ही गया है। यूपी के सीएम 100 सीट दे रहे थे लेकिन कांग्रेस 120 सीट के नीचे मान नहीं रही थी।' अग्रवाल ने कहा, 'हमने उनसे (कांग्रेस) से कहा था कि हम 300 से कम सीटों पर चुनाव नहीं लड़ सकते लेकिन, वो अपनी बात पर अड़े रहे। मानो वह यूपी में बहुत बड़ी ताकत हैं।'

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समाजवादी पार्टी में वर्चस्व की लड़ाई शुरू होने के बाद ऐसी चर्चा थी की कांग्रेस और समाजवादी पार्टी साथ चुनाव लड़ेगी। गठबंधन के लिए कांग्रेस में परदे के पीछे काम कर रही प्रियंका गांधी ने अखिलेश यादव से बातचीत की थी। लेकिन कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच सीटों पर सहमति नहीं बन पा रही थी।

वहीं उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने गठबंधन को लेकर उम्मीद जताई थी। उन्होंने कहा था, 'गठबंधन के बारे में कल (रविवार) सुबह पता चल जाएगा।' वहीं यूपी कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने कहा, 'बातचीत में किसी तरह की रुकावट नहीं है।'

गठबंधन पर चल रही बातचीत के दौरान ही सीएम अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के कैंडिडेट्स की लिस्ट घोषित कर दी थी, जिससे कांग्रेस भौचक्की रह गई थी। गठबंधन से पहले आम तौर पर कोई पार्टी उम्मीदवारों की सूची नहीं जारी करती है।

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अखिलेश के करीबी किरणमय नंद ने मीडिया में कहा कि कांग्रेस को ज्यादा से ज्यादा 80 सीटें दी जा सकती हैं। यह भी खबरें आईं कि अखिलेश कांग्रेस को 99 से ज्यादा सीटें देने के लिए राजी नहीं थे। 

अखिलेश के सीटों के ऐलान के बावजूद कांग्रेस सार्वजनिक तौर पर यही कहती रही कि गठबंधन को लेकर बातचीत जारी है। बाद में मामले में प्रियंका गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस मामले में दखल दिया।

उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों के लिए सात चरणों में विधानसभा के चुनाव होने हैं। उत्तर प्रदेश में पहले चरण के तहत 11 फरवरी को चुनाव होंगे।

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