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मोदी के रोड शो को लेकर सख़्त हुआ चुनाव आयोग, डीएम से पूछा क्या ली गयी थी इजाज़त?

बिना इजाज़त लिए किसी तरह के रोड शो का आयोजन नहीं किया जा सकता है।

Updated on: 04 Mar 2017, 08:22 PM

नई दिल्ली:

वाराणसी में शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोड शो को लेकर चुनाव आयोग ने कड़ा रुख दिखाते हुए डीएम से रिपोर्ट मांगी है। चुनाव आयोग ने वाराणसी के डीएम से पूछा है कि क्या मोदी के रोड शो के लिए पहले से इजाज़त ली गई थी?

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के आखिरी चरण से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने बनारस में रोड शो किया। इसके बाद कांग्रेस के केसी मित्तल ने इस संबंध में चुनाव आयोग से अपनी शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में कहा गया कि प्रधानमंत्री मोदी की रैली से पहले स्थानीय प्रशासन से आवश्यक मंजूरी नहीं ली गई थी। इस मुद्दे को लेकर अब कांग्रेस सहित पूरे विपक्ष ने बीजेपी को घेरना शुरू कर दिया है। 

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कांग्रेस ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त नसीम जैदी से अपनी शिकायत में कहा कि मोदी का रोड शो तीन निर्वाचन क्षेत्रों - उत्तर वाराणसी, दक्षिण वाराणसी और वाराणसी कैंट में किया गया और यह प्रशासन की अनुमति के बिना किया गया।

कांग्रेस ने अपनी शिकायत में कहा, 'विभिन्न चैनलों ने रोड शो की पूरी वीडियो रिकॉर्डिग दिखाई है और चुनाव प्रशासन ने भी इसे रिकॉर्ड किया होगा। हमारी प्रार्थना है कि मोदी समेत रोड शो में हिस्सा लेने वाले सभी भाजपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाए और प्राथमिकी दर्ज की जाए।'

उप चुनाव आयुक्त विजय देव ने कहा, 'हमें इस बारे में शिकायत मिली है और हम तथ्यों की पड़ताल कर रहे हैं।'

वहीं समाजवादी पार्टी ने भी प्रधानमंत्री मोदी की रैली को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है। सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा, 'पीएम मोदी के बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से काशी विश्वनाथ का रोड शो आचारसंहिता का खुला उल्लंघन है।'

 उन्होंने कहा, 'बीजेपी मर्यादाओं का पालन नहीं करना चाहती। वह संवैधानिक हक़ों का दुरुपयोग कर रही है।'

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