E-Rickshaw Rule Changed In UP: नए साल के शुरू होते ही उत्तर प्रदेश की योगी सरकार एक्शन में नजर आ रही है. बुधवार को सीएम योगी ने प्रदेश में लगातार हो रहे सड़क हादसों को लेकर बैठक की. इस बैठक का मकसद एक ही था कि प्रदेश में यातायात नियमों का सुचारू रूप से पालन हो सके और लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं पर रोक लगाई जा सके.
सड़क दुर्घटनाओं को लेकर सख्त योगी सरकार
यूपी में प्रतिवर्ष सड़क हादसे में 23-25 हजार लोग अपनी जान गंवा देते हैं. इसे देखते हुए और महाकुंभ में यातायात व्यवस्था को दुरुस्त बनाए रखने के लिए यातायात नियमों में बदलाव भी किए जा सकते हैं. राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में योगी सरकार ने उचित दिशा निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेशभर में 6-10 जनवरी तक हर स्कूल-कॉलेज में बच्चों को सड़क सुरक्षा नियमों के बारे में बताया जाए और जागरूक किया जाए.
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ई-रिक्शा वालों के लिए बदलें नियम
इसके साथ ही ई-रिक्शा चालक को लेकर बड़ा फैसला किया गया है. प्रदेशभर के करीब 75 जिलों में अब नाबालिग ई-रिक्शा नहीं चला सकेंगे. अगर कोई नाबालिग ई-रिक्शा संचालित करता है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही सभी ई-रिक्शा के पंजीकरण की प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाने की भी बात कही.
तोड़ा ट्रैफिक नियम तो होगी कार्रवाई
कई बार हम देखते हैं कि ई-रिक्शा को कहीं भी पार्क कर दिया जाता है और ओवरलोडिंग कर ली जाती है. इस पर योगी सरकार ने सख्त कार्रवाई की बात कही है. ज्यादातर दुर्घटनाएं तेज रफ्तार, गलत पार्किंग और ओवरलोडिंग की वजह से होती है.
जिला अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश
योगी सरकार ने सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए प्रत्येक जिले में मासिक सड़क सुरक्षा बैठक करने का निर्देश दिया है. इसके साथ ही इसके वरिष्ठ अधिकारियों को बैठक में दुर्घटनाओं को लेकर विश्लेषण करने और इसे कम करने को लेकर योजना बनाने को भी कहा है. हेलमेट और सीट बेल्ट को लेकर भी सख्ती बरतने का निर्देश दिया गया है. महाकुंभ को देखते हुए ट्रैफिक प्लान तैयार करने और पीआरडी व होमगार्डस की संख्या को भी बढ़ाने के लिए कहा गया है.