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UPI को लेकर आया बड़ा अपडेट, जानिए क्या है पूरा मामला

UPI Update: NPCI को किसी नई सर्विस को शुरू करने के लिए एक बड़ा इकोसिस्टम बनाना पड़ता है, जिसके लिए करीब 9 से 12 महीने का समय लगता है. 

Updated on: 17 Mar 2022, 07:48 AM

highlights

  • 'आधार बेस्ड यूपीआई' के लिए पहले डेडलाइन 15 मार्च तय की गयी थी
  • NPCI को ऐसे सिस्टम के लिए करीब 9-12 महीने का समय लगता है

नई दिल्ली:

UPI Update: नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने बीते साल सितंबर 2021 में घोषणा की थी कि आधार बेस्ड यूपीआई (UPI) फीचर जल्द लागू होगा. इसके लिए डेडलाइन पहले 15 दिसंबर 2021 रखी गयी और बाद में इसे बढ़ा कर 15 मार्च 2022 किया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अभी इस सुविधा के लिए यूजर्स को थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा. बता दें इस सुविधा का इस्तेमाल करने के लिए आधार कार्ड में दर्ज, बैंक में रजिस्टर्ड और यूपीआई के लिए इस्तेमाल किया जा रहा मोबाइल नंबर एक ही होना चाहिए. कुछ एप्‍लीकेशन के इस्‍तेमाल में बैंक ग्राहक की पहचान के लिए डेबिट कार्ड की डिटेल मांगी जाती है. वहीं इस नई सुविधा से बिना डेबिट कार्ड की जानकारी साझा किए डिजिटल लेनदेन किया जा सकेगा. एक रिपोर्ट के मुताबिक देरी की वजह बताई गयी है. बताया गया कि NPCI को किसी नई सर्विस को शुरू करने के लिए एक बड़ा इकोसिस्टम बनाना पड़ता है, जिसके लिए करीब 9 से 12 महीने का समय लगता है. 

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क्या है आधार बेस्ड यूपीआई सिस्टम (Aadhar Based UPI System)
NPCI (National Payments Corporation of India) और UIDAI 
(Unique Identification Authority of India) मिलकर ग्राहकों के लिए सुरक्षित यूपीआई पेमेंट प्लेटफॉर्म तैयार कर रहे हैं. इसमें डेबिट कार्ड की जरूरत नहीं रह जाएगी. वेरिफिकेशन का यह एक नया तरीका है. इसमें जिन लोगों के पास डेबिट कार्ड नहीं वे भी आसानी से यूपीआई का इस्तेमाल कर लेन-देन कर सकेंगे.

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कैसे कर सकते हैं इस्तेमाल
यूपीआई पेमेंट के लिए एप्‍लीकेशन में रजिस्ट्रेशन के समय यूजर को आधार नंबर देना होगा. यूआईडीएआई से यूजर का डेटा प्राप्त कर लिया जाएगा, जिसके बाद आधार रजिस्टर्ड नंबर पर एक ओटीपी मिलेगा. यह मोबाइल नंबर बैंक के खाते के साथ रजिस्टर्ड होना चाहिए, वेरिफिकेशन के बाद यूजर वीपीए( virtual Payment Adress) बना सकते हैं. वीपीए के बाद यूपीआई का उपयोग कर लेन-देन किया जा सकेगा.