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खाते में जीरो है बैलेंस, फिर भी निकाल सकते हैं 1.50 लाख रुपए, ये है प्रोसेस

Bank over draft facility: कई बार व्यक्ति के सामने ऐसा समय आता है, जब उसके पास अकाउंट में बैलेंस जीरो होता है, साथ ही उसे कोई जरूरी काम पड़ जाता है. ऐसे लोगों को निराश होने की जरूरत नहीं है.

Updated on: 21 Jul 2022, 10:11 AM

highlights

  • बैंक अपने खाता धारकों को देता है ओवरड्राफ्ट सुविधा
  • ओवरड्राफ्ट सुविधा का लाभ लेने के लिए आपको बैंक में कुछ गिरवी रखना होता है

नई दिल्ली :

Bank over draft facility: कई बार व्यक्ति के सामने ऐसा समय आता है, जब उसके पास अकाउंट में बैलेंस जीरो होता है, साथ ही उसे कोई जरूरी काम पड़ जाता है. ऐसे लोगों को निराश होने की जरूरत नहीं है. क्योंकि बैंक आपको अकाउंट में बैलेंस जीरो होने के बावजूद भी पैसे दे देता है. हालाकि बैंक की इस सुविधा का ज्यादा लोगों को नहीं पता है. आपको बता दें कि जब अकाउंट में एक भी पैसा न हो, ऐसी स्थिति में बैंक आपको ओवरड्राफ्ट सुविधा के तहत कुछ चीज गिरवी रखने के बाद पैसे निकालने की अनुमति दे देता है. इस सुविधा के तहत आप 10 हजार रुपए ही निकाल सकते हैं.

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आपको बता दें कि ओवरड्राफ्ट सुविधा को एक छोटी अवधि के कर्ज की तरह समझा जा सकता है. जिसके जरिए खाताधारक तब भी अपने अकाउंट से पैसे निकाल सकता है जब उसके का बैलेंस जीरो हो. लगभग सभी सरकारी और प्राइवेट बैंकों में ओवरड्राफ्ट सुविधा मिलती है. ज्यादातर बैंकों में ये सुविधा करंट अकाउंट, सैलरी अकाउंट या फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलती है. कुछ बैंकों में शेयर, बॉन्ड, सैलरी, इंश्योरेंस पॉलिसी, घर, संपत्ति जैसी चीजों पर भी ओवरड्राफ्ट मिलता है.

ओवरड्राफ्ट में आपको कितनी रकम मिलेगी ये इस बात पर निर्भर करेगा कि आप क्या गिरवी रख रहे हैं. ओवरड्राफ्ट के लिए बैंक के पास आपको कुछ न कुछ गिरवी रखना होगा. मसलन, फिक्स्ड डिपॉजिट, शेयर या कोई अन्य कीमती सामान. इसी आधार पर आपका ब्याज भी तय होगा. जैसे अगर बैंक में आपकी 2 लाख रुपये की एफडी है तो आपको तकरीबन 1.50 लाख रुपये तक का ओवरड्राफ्ट मिल सकता है. शेयर, बॉन्ड और डिबेंचर के मामले में ये राशि कम या ज्यादा हो सकती है.

जानकारी के मुताबिक बैंक अपने ग्राहकों को मैसेज या ई-मेल के माध्यम से सूचना देता है कि वे ओवरड्राफ्ट सुविधा के एलिजेबल हैं या नहीं. बैंक की ओर से इस ओवरड्राफ्ट की लिमिट पहले से तय होती है. इमरजेंसी के वक्त अगर कैश की जरूरत हो तो बैंक में ओवरड्राफ्ट के लिए उसी तरह अप्लाई करना होता है जैसे किसी दूसरे लोन के लिए करते हैं. ओवरड्राफ्ट के तहत आपको बैंक से जरूरत के समय पैसा तो मिल जाएगा लेकिन यह एक तरह का लोन है तो इसे आपको ब्याज सहित चुकाना भी होगा. यही नहीं ओवरड्राफ्ट की सुविधा को किसी के साथ मिलकर जॉइंट में भी लिया जा सकता है. ऐसे में पैसे चुकाने की जिम्मेदारी केवल आप पर नहीं रहेगी. 

कितना मिलेगा पैसा 
अगर आप ओवरड्राफ्ट नहीं चुका पाते हैं तो आपके द्वारा गिरवी रखी गई चीजों से इसकी भरपाई होगी. लेकिन अगर ओवरड्राफ्टेड अमाउंट गिरवी रखी गई चीजों की वैल्यु से ज्यादा है तो बाकी के पैसे आपको चुकाने होंगे. ओवरड्राफ्ट उन लोगों को आसानी से मिलता है जिनका बैंक में सैलरी अकाउंट है. इसके लिए आपके खाते में नियमित 6 सैलरी क्रेडिट दिखानी होगी.