logo-image

PM Kisan: इन किसानों के अटक जाएंगे पीएम किसान निधि के 2000 रुपए, 12वीं किस्त को लेकर आया अपडेट

PM Kisan Nidhi: अगर आप भी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लाभार्थी हैं तो ये खबर आपके बहुत काम की है. क्योंकि इस बार कुछ किसानों के खाते में पीएम किसान निधि के 2000 रुपए रुक सकते हैं.

Updated on: 03 Sep 2022, 11:58 AM

highlights

  • सरकार ने 12वीं किस्त पात्र किसानों के खातों ड़ालने की प्लानिंग की शुरू 
  • पीएम  किसान निधि का फर्जीवाड़ा रोकने के लिए सरकार ने उठाए कदम 

नई दिल्ली :

PM Kisan Nidhi: अगर आप भी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लाभार्थी हैं तो ये खबर आपके बहुत काम की है. क्योंकि इस बार कुछ किसानों के खाते में पीएम किसान निधि के 2000 रुपए रुक सकते हैं. आपको बता दें कि सरकार ने 12वीं किस्त को लेकर योजना शुरू कर दी है. संभवत: दिवाली से पहले ही सरकार किसानों के खाते में 12वीं किस्त के 2000 रुपए डालने का प्लान बना रही है. लेकिन इस बार सरकार ने पात्र किसानों को चिंहित कर एक लिस्ट तैयार की है. जिसके तहत इस बार सिर्फ उन्हीं किसानों के खाते में पैसे पहुंचेंगे जो वासत्व में इसके हकदार है. बताया जा रहा है कि लाखों किसान इस बार 12वीं किस्त से वंचित रह जाएंगे.

यह भी पढ़ें : Post Office दे रहा है प्रतिमाह 50000 रुपए कमाने का मौका, सिर्फ 5000 रुपए में मिलेगी फ्रेंचाइजी

इसलिए रुक सकती है किस्त 
दरअसल, सरकार ने किसानों को ई-केवाईसी कराने की डेट कई बार एक्सटेंड की थी. हाल ही में 31 अगस्त ई-केवाईसी की लास्ट डेट थी. जानकारी के मुताबिक अभी काफी संख्यां में ऐसे किसाने हैं. जिन्होने केवाईसी नहीं कराई है. ऐसे किसानों के खाते में हो सकता है इस बार 12वीं किस्त न पहुंचे, हालाकि अभी एक बार फिर भी सरकार डेट को एक्सटेंड कर सकती है. इसके अलावा कई ऐसे लोग भी पीएम किसान निधि का फायदा उठा रहे थे. जो टेक्सपेयर हैं या कहीं न कहीं निधि के लाभार्थी होने के दायरे में नहीं आते. ऐसे लोगों की भी सरकार ने लिस्ट बनाई है. बताया जा रहा है कि उन्हें भी 12वीं किस्त से वंचित कर दिया जाएगा.

अपात्र किसान हो रहे चिंहित 
दरअसल, सरकार अपात्र किसानों की पहचान कर उन्हें नोटिस जारी कर रही है . बताया जा रहा है कि ऐसे किसानों से रिकवरी भी की जा सकती है. हालाकि कोई आधिकारिक सूचना ऐसी नहीं है. इसके अलावा जिन लोगों ने रजिस्ट्रेशन फॅार्म में स्पेलिंग मिस्टेक की है. ऐसे किसानों की किस्त भी रुक सकती है.