logo-image

Petrol-Diesel: 2023 से रिकॅार्ड सस्ता हो जाएगा पेट्रोल- डीजल, सरकार ने बनाई खास योजना

Petrol Diesel price: महंगे पेट्रोल-डीजल ने अब सभी को रुला कर रख दिया है. रोजाना बढ़ती कीमतों ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है. लेकिन सरकार ने अब महंगे पेट्रोल डीजल (expensive petrol diesel)का तोड़ निकाल लिया है. बताया जा रहा है कि नये साल से पेट्रोल-डीजल

Updated on: 15 Oct 2022, 07:35 PM

highlights

  • महंगा पेट्रोल-डीजल इंपोर्ट करने से मिलेगी निजात
  • एथनॅाल मिश्रित पेट्रोल मार्केट में उतारने की योजना 

नई दिल्ली :

Petrol Diesel price: महंगे पेट्रोल-डीजल ने अब सभी को रुला कर रख दिया है. रोजाना बढ़ती कीमतों ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है. लेकिन सरकार ने अब महंगे पेट्रोल डीजल (expensive petrol diesel)का तोड़ निकाल लिया है. बताया जा रहा है कि नये साल से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में रिकॅार्ड कमी देखने को मिलेगी. क्योंकि सरकार ने देश में एथनॅाल मिश्रित पेट्रोल-डीजल (ethanol blended petrol-diesel)को मार्केट में लाने की योजना बनाई है. जिससे पेट्रोल-डीजल (petrol-diesel)की कीमतों पर लगाम लग सकेगी. यही नहीं देश को भी महंगा पेट्रोल-डीजल इंपोर्ट करने से काफी हद तक निजात मिलने की संभावना है. 

यह भी पढ़ें : Indian Railway: रेल यात्रियों को मिला दिवाली गिफ्ट, इन ट्रेनों में सफर के दौरान मिलेगा फ्री खाना

क्रूड ऑयल पर होगी बचत 
एक आंकडे़ के मुताबिक देश का काफी धन क्रूड ऑयल को इंपोर्ट करने पर खर्च होता है. यदि सरकार की योजना के अनुसार पेट्रोल में 20 फीसदी एथनॅाल मिलता है तो लगभग उतने ही प्रतिशत क्रूड ऑयल की खरत कम हो जाएगी. इससे जहां सरकार को फायदा होने वाला है. वहीं आम जनता की जेब को भी काफी राहत मिलेगी. जितने प्रतिशत एथनॅाल मश्रित किया जाएगा. उतने ही प्रतिशत तक पेट्रोल-डीजल के दाम कम होने की पूरी संभावना सरकार जता रही है. पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी के मुताबिक एथनॅाल मिश्रित पेट्रोल की समीक्षा की जा रही है. 2023 तक अप्रैल तक इसे मार्केट में उतारने की संभावना जताई जा रही है.

हाल ही में टोयोटा कंपनी ने देश में  फ्लेक्स ईंधन वाली कार लॅान्च की है. इस कार की लॅान्चिंग स्वयं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के हाथों की गई है. अब लोगों को विश्वास होने लगा है कि देश में बहुत जल्द फ्लेक्स ईंधन से चलने वाले वाहनों का भी मार्केट होगा. इसके अलावा इलेक्ट्रिक वाहनों को भी बढ़ावा दिया जा रहा है. जिससे पेट्रोल-डीजल की निर्भरता काफी हद तक खत्म हो जाएगी. क्योंकि सरकार आम आदमी की जेब का भार कम करे की और तरह-तरह के उपाय सुझा रही है.