logo-image

अब ये बैक्टीरिया दिलाएगा प्लास्टिक के कचरे से मुक्ति, शोध में हुआ खुलासा

Research: मिट्टी से जन्मा बैक्टीरिया अब पर्यावरण के लिए सुरक्षा कवच बनेगा. वेस्ट यूपी के मेरठ में तीन स्टूडेंट्स ने शोध कर इस बैक्टीरिया की खोज की है. आपको बता दें कि यह बैक्टीरिया सबसे बड़ी समस्या बन चुके प्लास्टिक से निजात दिलाने में भी सक्षम है.

Updated on: 06 Oct 2022, 09:16 PM

नई दिल्ली :

Research: मिट्टी से जन्मा बैक्टीरिया अब पर्यावरण के लिए सुरक्षा कवच बनेगा. वेस्ट यूपी के मेरठ में तीन स्टूडेंट्स ने शोध कर इस बैक्टीरिया की खोज की है. आपको बता दें कि यह बैक्टीरिया सबसे बड़ी समस्या बन चुके प्लास्टिक से निजात दिलाने में भी सक्षम है. शोध से मिली जानकारी के मुताबिक कचरे से निकले जीवाणु से जैव अपघटन प्लास्टिक का निर्माण किया.  जांच में बैक्टीरिया द्वारा बनाया गया प्लास्टिक पूरी तरह प्रदूषण रहित पाया गया. जिसे देखकर वैज्ञानिक भी सोच में पड़ गए कि इतनी बड़ी समस्या का हल इस छोटे से बैक्टीरिया में कैसे मिल सकता है.

यह भी पढ़ें : 7th Pay Commission: 27,312 रुपए तक बढ़ गई सैलरी, नोटिफिकेशन हुआ जारी

पर्यावरण विद डॉ. अरूण बताते हैं, “हमने माइक्रो बायोलॉजी के तीन स्टूडेंट्स की मदद से यह बैक्टीरिया खोज निकाला है. करीब एक साल तक उन्होंने कचरे से निकले जीवाणु से जैव अपघटन प्लास्टिक का निर्माण किया" इस शोध के लिए स्टू़डेंट्स ने कई स्थानों की मिट्टी के सैंपल लिए थे. जैसे मेरठ, मवाना, सरधना सहित कुल 27 से ज्यादा स्थानों की मिट्टी के सैंपल लिए गये थे. जिसके बाद देखा गया कि रिजर्व फूड मैटीरियल है जो प्लास्टिक निर्माण में इस्तेमाल होता है.“इस बैक्टीरिया को लैब में ले जाकर परीक्षण किया गया. जिसके बाद इस बैक्टीरिया का नाम रोडसेप रखा गया”

उन्होंने आगे बताया, “साथ ही लैब में तापमान कम कर यह देखा गया कि सबसे ज्यादा प्लास्टिक का निर्माण बैक्टीरिया कब करता है, जांच में सामने आया कि 30 डिग्री तापमान पर सबसे ज्यादा प्लास्टिक का निर्माण होता है" बैक्टीरिया द्वारा बनाया गया प्लास्टिक पूरी तरह प्रदूषण रहित पाया गया” हालाकि अभी मेरठ यूनिवर्सिटी के छात्रों ने शोध किया है. कई अन्य टैस्टिंग के बाद अमल में लाने की बात कही जा रही है.

  • तीन छात्रों ने शोध के माध्यम से पता लगाई अहम बात
  • बैक्टीरिया द्वारा बनाया गया प्लास्टिक पूरी तरह प्रदूषण रहित पाया