logo-image

UP में अब इन लोगों की हुई चांदी, प्रतिमाह 3,000 रुपए की पेंशन की घोषणा

उत्तर प्रदेश के व्यापारियों के लिए खुशखबरी है. क्योंकि नव नियुक्त अध्यक्ष सुनील सिंघी ने व्यापारियों को पेंशन देने के नियमों को आसान करने की घोषणा की है. जिसके तहत पात्र व्यापारियों को 3000 रुपए की पेंशन प्रतिमाह दी जाएगी.

Updated on: 21 Jul 2023, 10:27 AM

highlights

  • उम्र के महत्वपूर्ण पड़ाव पर सरकार करेगी इन लोगों की आर्थिक मदद 
  • राष्ट्रीय व्यापारी कल्याण बोर्ड के नव नियुक्त अध्यक्ष सुनील सिंघी ने किया ऐलान 
  • सिर्फ 50 रुपए के निवेश पर पेंशन पाने के हकदार होंगे व्यापारी 

नई दिल्ली :

UP Pension Update: अगर आप भी उत्तर प्रदेश के व्यापारी हैं तो ये खबर आपके बहुत काम की है. क्योंकि राष्ट्रीय व्यापारी कल्याण बोर्ड के नव नियुक्त अध्यक्ष सुनील सिंघी (Sunil Singhi)ने पदभार संभालते ही व्यापारियों के हित के फैसले लेने शुरू कर दिये हैं. हालांकि ये पेंशन योजना पहले भी चालू थी, लेकिन सुनील सिंघी के आने के बाद इसमें कुछ बदलाव किये गए हैं. आपको बता दें कि ये पेंशन योजना (pension scheme)यूपी में सिर्फ व्यापारियों के लिये चलाई जाती है. जिसमें व्यापारी हित के लिए 3,000 रुपए प्रतिमाह पेंशन के रूप में व्यापारियों को दिये जाने का प्रावधान है. पेंशन पाने के लिए सिर्फ 50 रुपए का निवेश संबंधित व्यापारी को करना होता है... 

यह भी पढ़ें : Passport Index 2023: मजबूत हुआ भारतीय पासपोर्ट, दुनिया के 57 देशों में मिलेगी वीजा फ्री एंट्री

कराना होगा सत्यापन 
सुनील सिंघी के मुताबिक 18 से 40 साल के व्यापारी को प्रतिमाह 50 रुपए का निवेश करना होगा. जबकि 40 साल से ऊपर के व्यापारियों को 200  रुपए का प्रतिमाह निवेश करना होगा.  जैसे ही निवेश की उम्र 60 साल होगी, उसके बाद उसके संबंधित खाते में 3000 रुपए  प्रतिमाह की पेंशन आनी शुरू हो जाएगी. आपको बता दें कि स्कीम के लिए कुछ पात्रता भी रखी गई है. जिन्हें फॅालो करने वाले व्यापारी ही स्कीम का लाभ ले सकेंगे. जैसे जिन व्यापारियों की सालाना आय 1.50 करोड़ से कम है, ऐसे व्यापारियों को ही योजना के लिए लाभार्थी माना गया है.... इसके लिए विभाग द्वारा सत्यापन भी जरूरी  होगा.. 
 
केन्द्र सरकार करेगी निगरानी 
सुनील सिंघी ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि कि व्यापारियों की किसी भी समस्या  का समाधान प्राथमिकताओं पर होगा. उन्होने कहा कि व्यापारी कल्याण बोर्ड के अन्य सदस्य आपकी समस्याएं बोर्ड के सामने पहुंचाएंगे. जिनका निराकरण कराना उनकी जिम्मेदारी होगी.  जीएसटी के  सरलीकरण के लिए बोर्ड कदम उठाएगा. ताकि व्यापारियों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो.