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अब 1 रुपया प्रति किमी दौड़ेगी कार, नितिन गडकरी का ऐलान

पेट्रोल-डीजल (petrol-diesel prize)के दामों लगातार हो रही बढोतरी ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है. कुछ लोगों ने अपने निजि वाहन घरों में कैद करके खड़े कर दिये हैं . समस्या को देखते हुए सरकार अब पेट्रोल-डीजल (petrol-diesel)का विकल्प तलाशने लगे हैं.

Updated on: 30 Jun 2022, 09:07 AM

नई दिल्ली :

पेट्रोल-डीजल (petrol-diesel prize)के दामों लगातार हो रही बढोतरी ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है. कुछ लोगों ने अपने निजि वाहन घरों में कैद करके खड़े कर दिये हैं . समस्या को देखते हुए सरकार अब पेट्रोल-डीजल  (petrol-diesel)का विकल्प तलाशने लगे हैं. जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि ग्रीन हाइड्रोजन (Hydrogen Car) से चलने वाली पहली कार इंडिया पहुंच चुकी है. यही नहीं केन्द्रीय परिवहन मंत्री (Union Minister of Transport) नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) इसकी सवारी भी कर चुकें हैं. एक निजी चैंनल के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होने कहा कि बहुत जल्द मार्केट में ग्रीन हाइ़ड्रोजन चलित कार ( hydrogen powered car companies)मार्केट में आने वाली है.

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दरअसल, सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Road and Transport Minister Nitin Gadkari) दिल्ली में एक निजी चैनल के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. उन्होने बताया कि बहुत जल्द देश से पेट्रोल-डीजल (petrol-diesel) की निर्भरता कम हो जाएगी. क्योंकि भारत में ग्रीन हाइड्रोज चलित कार मार्केट में आने के लिए वे कंपनी से बात कर रहे हैं. जानकारी के मुताबिक पहली ग्रीन हाइड्रोजन (green hydrogen)यानि पानी से  चलने वाली कार भारत पहुंच गई है. खुद नितिन गडकरी इसकी सवारी भी करने वाले हैं. सभा को संबोधित करते हुए उन्होने बताया कि वे दिल्ली पहुंचकर वे ग्रीन हाइ़ड्रोजन चलित कार कंपनियों से बात करेंगे. ताकि आम जन के लिए ये कारे मार्केट में पहुंच सके. हालाकि आम आदमी को ये कार कब तक उपल्बध हो जाएगी. इसकी पुष्टी अभी नहीं हो सकी है.

यही नहीं सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा कि सरकार फ्लेक्स फ्यूल इंजन (Flex Fuel Engine) को अगले 6 महीने में अनिवार्य करने जा रही है. उन्होंने कहा कि ये नियम हर तरह के वाहनों के लिए बनाया जाएगा. इसके अलावा सभी ऑटो कंपनियों को आदेश दिए जाएंगे कि वह फ्लेक्स फ्यूल इंजन को अपने वाहनों में फिट करें. ताकि लोगों को पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से निजात दिलाई जा सके.