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अब mothers पर मेहरबान हुआ रेलवे, इन ट्रेनों में शुरू की ये खास सुविधा

Railways Train Baby Berth: भारतीय रेल देश की लाइफलाइन कही जाती है. एक जनरल आंकडें की बात करें तो प्रतिदिन करोड़ों यात्री रेलवे में सफर करते हैं. इन करोड़ों नागरिकों में बड़ी संख्या में नवजात बच्चे (New Born Baby)भी ट्रेन से डेली ट्रैवल करते हैं.

Updated on: 10 May 2022, 05:00 PM

नई दिल्ली :

Railways Train Baby Berth: भारतीय रेल देश की लाइफलाइन कही जाती है. एक जनरल आंकडें की बात करें तो प्रतिदिन करोड़ों यात्री रेलवे में सफर करते हैं. इन करोड़ों नागरिकों में बड़ी संख्या में नवजात बच्चे (New Born Baby)भी ट्रेन से डेली ट्रैवल करते हैं. छोटे बच्चों को ट्रेन में लेकर चलने में माताओं को बड़ी परेशानी होती है, खासतौर पर उन्हें सीट पर सुलाने में बहुत परेशानी होती है. इंडियन रेलवे ने समस्या को गंभीरता से लेते हुए ट्रेनों में बेबी बर्थ (Baby Berth Facility in Train) की सुविधा शुरु करने की कवायद शुरू कर दी है. हालाकि अभी ट्रायल किया जा रहा है. ट्रायल सफल होने पर देश की सभी ट्रेनों में ये खास सुविधा शुरू की जाएगी. ताकि माताओं को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े.

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न्यूज़ एजेंसी ANI के मुताबिक बेबी बर्थ की इस सुविधा को उत्तर रेलवे के दिल्ली मंडल में शुरू किया गया है. फिलहाल इस सुविधा को ट्रायल बेसिस पर शुरू किया गया बेबी बर्थ (Baby Berth) की सुविधा लोअर बर्थ (Lower Berth) में दी गई है. इससे मां को बच्चों को लेकर सोने में किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी. अगर रेलवे की बेबी बर्थ की यह सुविधा सफल रहती है तो जल्द ही इसे बहुत सी ट्रेनों में अप्लाई किया जाएगा. इस बर्थ से बच्चों को लेकर ट्रैवल करने वाली महिलाओं को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा. इसके साथ ही यह सीट फोल्डेबल है जिसे माएं जरूरत के अनुसार इस्तेमाल कर सकती हैं. 

आपको बता दें कि बेबी बर्थ की इस सुविधा को सबसे पहले रेलवे के लखनऊ डिवीजन (Lucknow Division) ने शुरू की थी. इसमें ट्रेन के लोअर बर्थ में एक छोटी सी अतिरिक्त सीट लगाई जाती है.  इसके साथ ही बच्चों को एक्स्ट्रा सुरक्षा के लिए एक स्टॉपर (Stopper) भी लगाया गया है जिससे बच्चे सीट से बाहर न गिरे और वह सुरक्षित तरीके से आराम से सो सकें. अब इसे दिल्ली डिविजन में शुरू किया गया है. हालाकि रेलवे अधिकारियों का मानना है कि ट्रायल सफर होने के बाद ज्यादातर ट्रेनों में ये सुविधा यात्रियों के लिए शुरू की जाएगी. ताकि कोई परेशानी न हो.