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रेलवे का यात्रियों को बड़ा झटका, प्लेटफॅार्म टिकट हुआ पांच गुना तक महंगा

Indian Railways: अगर आप भी ट्रेन में सफर करते रहते हैं तो ये खबर आपको जरूर पढ़नी चाहिए. क्योंकि रेलवे ने यात्रियों की जेब ढीली करने के लिए एक और नियम बदल दिया है.

Updated on: 10 May 2022, 04:30 PM

नई दिल्ली :

Indian Railways: अगर आप भी ट्रेन में सफर करते रहते हैं तो ये खबर आपको जरूर पढ़नी चाहिए. क्योंकि रेलवे ने यात्रियों की जेब ढीली करने के लिए एक और नियम बदल दिया है. अब देश के कुछ रेलवे स्टेसन्स पर प्लेटफॅार्म टिकट की धनराशि में पांच गुणा तक बढ़ोतरी (Platform Ticket Prices Hiked) कर दी गई है. रेलवे ने यह फैसला यात्रियों की बेवजह ट्रेन पुलिंग (Chain Pulling) करने की आदत के कारण लिया है. आजकल बहुत से यात्री रेलवे स्टेशनों पर बिना किसी कारण के अलार्म चेन पुलिंग (Alarm Chain Pulling) कर देते हैं. इस कारण बहुत से यात्रियों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है. कुछ असामाजिक तत्वों का करतूत अन्य यात्रियों को भी भुगतनी पड़ेगी. आइये जानते हैं किस स्टेसन्स पर ये बढ़ोतरी की गई है.

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आज से बढ़ी हुई दरें लागू 
जानकारी के मुताबिक इस परेशानी को दूर करने के लिए और यात्रियों पर सख्ती करने के लिए मध्य रेलवे (Central Railway) ने ये सख्त फैसला लिया है. मध्य रेलवे ने मुंबई (Mumbai) के कई स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट (Platform Ticket)  पर लगने वाले शुल्क में पांच गुना तक की बढ़ोतरी कर दी है. प्लेटफॉर्म टिकट के नए शुल्क की दरें 9 मई से लागू कर दी गई है. बता दें कि रेलवे के इस फैसले के बाद अब यात्रियों को पहले के मुकाबले बहुत ज्यादा शुल्क देना होगा. पहले जिस टिकट के लिए यात्रियों को 10 रुपये चुकाने पड़ते थे अब इसके लिए उन्हें 50 रुपये चुकाने होंगे. हालाकि रेलवे ने यह दरें 10 मई से लेकर 23 मई तक के लिए लागू की है. इस नई दरों को मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (Chhatrapati Shivaji Maharaj Terminus) , लोकमान्य तिलक टर्मिनस, ठाणे, दादर, पनवेल स्टेशन और कल्याण के लागू किया गया है.

जानकारी के मुताबिक पिछले कुछ समय से मुंबई डिवीजन (Mumbai Division) में बिना किसी कारण के लोग अलार्म चेन पुलिंग (Alarm Chain Pulling) कर देते हैं. इस कारण रेलवे और यात्रियों सभी को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है. केवल अप्रैल के महीने में कुल 332 मामले चेन पुलिंग के सामने आए हैं जिसमें केवल 53 मामलों में ही सही कारणों से चेन पुलिंग की गई है. इन्हीं घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए भारतीय रेलवे ने ये कड़ा फैसला लिया है.