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अब प्रयाप्त मात्रा में मिलेंगे पेट्रोल- डीजल, कीमत पर भी पड़ेगा असर

सरकार ने देश से होने वाले सोने और पेट्रोल-डीजल के निर्यात पर अतिरिक्त एक्साइज ड्यूटी लगाने की घोषणा की. वित्त मंत्रालय ने सूचना जारी कर बताया कि एक्सपोर्ट किए जाने वाले पेट्रोल और जेट फ्यूल पर प्रति लीटर 6 रुपये की एक्साइज ड्यूटी लगाई गई है और डीजल प

Updated on: 03 Jul 2022, 05:18 PM

highlights

  • हाल ही में सरकार ने पेट्रोल-डीजल को जीएसटी में लाने के लिए प्लानिंग की शुरू 
  • सरकार के राजस्व में भी होगा इजाफा 

नई दिल्ली :

सरकार ने देश से होने वाले सोने और पेट्रोल-डीजल के निर्यात पर अतिरिक्त एक्साइज ड्यूटी लगाने की घोषणा की. वित्त मंत्रालय ने सूचना जारी कर बताया कि एक्सपोर्ट किए जाने वाले पेट्रोल और जेट फ्यूल पर प्रति लीटर 6 रुपये की एक्साइज ड्यूटी लगाई गई है और डीजल पर यह ड्यूटी 13 रुपये लगाई गई है. सरकार ने घरेलू स्तर पर उत्पादित होने वाले कच्चे तेल पर भी 23230 रुपये प्रति टन का अतिरिक्त टैक्स लगाने का फैसला लिया है. वहीं, सोने के निर्यात पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी भी अब 10.75% से बढ़कर 15% हो जाएगी.

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आम लोगों को मिलेगा अब पर्याप्त पेट्रोल-डीजल

दरअसल पिछले कुछ समय से देश के कई इलाकों में पेट्रोल-पम्पों पर तेल की सप्लाई में कमी देखने को मिल रही है. जिसकी मुख्य वजह यह बताई जा रही है कि पिछले कुछ समय से अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतें बढ़ने के बावजूद भारत में कीमतें नहीं बढी हैं. साथ ही, डॉलर के मुकाबले रुपया भी कमजोर हुआ है. इन कारणों के चलते भारत में कच्चा तेल आयात करने वाली कंपनियां भारत में पर्याप्त तेल बेचने के बजाय, उसे रिफाइन करके विदेश में एक्सपोर्ट कर अच्छा मुनाफा कमा रही थीं. सरकार के इस फैसले के बाद देश में चल रही यह तेल की किल्लत की समस्या कम होने की संभावना है.


70 हजार करोड़ से ज्यादा का राजस्व कमाएगी सरकार

सरकार ने करीब एक महीना पहले देश में रिटेल में बिकने वाले पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले टैक्स में कटौती की थी. जिसके बाद यह अनुमान लगाया जा रहा था कि इस फैसले से सरकार को राजस्व में सालाना एक लाख करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ सकता है. अब सरकार ने पेट्रोल, डीजल और जेट फ्यूल पर यह एक्साइज ड्यूटी लगाकर वित्तीय घाटे की समस्या को सुलझाने का प्रयास किया है. सरकार ने घरेलू स्तर पर उत्पादित होने वाले कच्चे तेल पर भी 23230 रुपये प्रति टन का अतिरिक्त टैक्स लगाया है. जिसके बाद तेल पर लगाए गए इन दोनों तरह के टैक्स से सरकार अगले नौ महीने में 70 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का अतिरिक्त राजस्व इकट्ठा कर पाएगी.

आपके लिए सोना खरीदना हो जाएगा महंगा

सरकार ने सोने के निर्यात पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी को भी 10.75 फीसदी से बढ़ाकर 15 फीसदी करने का फैसला किया है. दरअसल, भारत अपने इस्तेमाल के लिए लगभग सारा सोना आयात करता है. इसके कारण देश का करेंट अकाउंट घाटा बढ़ रहा था. जिसकी वजह से देश के लिए बेहद जरूरी भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आती है. इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने सोने के इंपोर्ट पर लगने वाले इस टैक्स में बढ़ोतरी की है, ताकि लोगों के लिए सोना खरीदना महंगा हो जाए और लोग इसकी खपत थोड़ी कम कर दें.