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नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक आसानी से पहुंच सकेंगे लोग, बन रही है ये बड़ी योजना

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हवाई अड्डे और एकीकृत औद्योगिक टाउनशिप, मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब और ग्रेटर नोएडा में लॉजिस्टिक्स हब के बीच कनेक्टिविटी प्रदान करने के प्रयास जारी हैं.

Updated on: 20 Oct 2021, 10:05 AM

highlights

  • परियोजनाओं को हवाई अड्डे से जोड़ने के लिए दो मार्गों का सुझाव दिया गया
  • जीटी रोड को जोड़ने वाले शिव नादर विश्वविद्यालय के पास एक अंडरपास बनाया जाएगा

नोएडा:

नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (Noida International Airport) के साथ कनेक्टिविटी में सुधार के लिए ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (Eastern Peripheral Expressway) और यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) को रोड लिंक के माध्यम से जोड़ने की योजना है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हवाई अड्डे और एकीकृत औद्योगिक टाउनशिप, मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब और ग्रेटर नोएडा में लॉजिस्टिक्स हब के बीच कनेक्टिविटी प्रदान करने के प्रयास जारी हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण (GNIDA) का कहना है कि दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर और एकीकृत औद्योगिक टाउनशिप ग्रेटर नोएडा लिमिटेड (DMIC-IITGNL) ने इन परियोजनाओं के लिए योजनाएं तैयार की हैं, जो जल्द ही लागू होने के लिए तैयार हैं. 

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जानिए क्या है योजना
जानकारी के मुताबिक इन तीनों परियोजनाओं (टाउनशिप, ट्रांसपोर्ट हब और लॉजिस्टिक्स हब) को नोएडा एयरपोर्ट के जरिए न केवल देश के विभिन्न हिस्सों से बल्कि दुनिया से भी जोड़ा जाएगा. इन तीनों परियोजनाओं को नोएडा एयरपोर्ट से जोड़ने का खाका तैयार कर लिया गया है. साथ ही ये तीन परियोजनाएं आपस में जुड़ी होंगी. परियोजनाओं को हवाई अड्डे से जोड़ने के लिए दो मार्गों का सुझाव दिया गया है. पहला रूट जीटी रोड के जरिए लॉजिस्टिक्स हब से जोड़ा जाएगा .इसके लिए लॉजिस्टिक्स हब के पास जीटी रोड पर करीब 2.5 किमी सड़क को चौड़ा किया जाएगा. प्राधिकरण का कहना है कि मौजूदा दो लेन से बढ़ाकर 6 लेन बनाने का प्रस्ताव है.

रेलवे ने भी बनाई योजना
जीटी रोड को जोड़ने वाले शिव नादर विश्वविद्यालय के पास एक अंडरपास भी बनाया जाएगा, ताकि लॉजिस्टिक्स हब से वाहन बील अकबरपुर इंटरचेंज से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे तक यमुना एक्सप्रेसवे तक पहुंच सकें. ईस्टर्न पेरिफेरल और यमुना एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए दनकौर के पास एक इंटरचेंज बनाया जाना है. वहां से वाहन नोएडा एयरपोर्ट जा सकेंगे. ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण का कहना है जहां भी जरूरत होगी, सड़कों की और मरम्मत की जाएगी. जीएनआईडीए के सीईओ नरेंद्र भूषण ने कहा है कि पांच बड़ी कंपनियां एकीकृत टाउनशिप में निवेश के के लिए आगे आई हैं, जबकि कई और प्रस्ताव तैयार हैं. रेलवे ने भी अपनी मंजूरी दे दी है और पूर्व की ओर जाने वाली ज्यादातर ट्रेनें यहीं से चलेंगी. इससे दिल्ली, नई दिल्ली और आनंद विहार टर्मिनल पर ट्रेनों का दबाव कम होगा और दिल्ली के रेलवे स्टेशनों पर गौतम बौद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, गाजियाबाद जिलों के निवासियों की निर्भरता खत्म होगी.