काम की खबर: अगर आपके पास यह 4 Digit का कोड नहीं है तो नहीं मिलेगा LPG सिलेंडर, जानिए क्यों
Delivery Authentication Code गैस सिलेंडर की बुकिंग के बाद SMS के जरिए उपभोक्ता को मिलता है. DAC का इस्तेमाल बतौर OTP की ही तरह किया जाता है.
highlights
- DAC गैस सिलेंडर की बुकिंग के बाद SMS के जरिए उपभोक्ता को मिलता है
- Delivery Authentication Code चार डिजिट का होता है
नई दिल्ली :
अगर आप इंडेन के रसोई गैस (LPG Gas Cylinder) का इस्तेमाल करते हैं तो यह खबर आपको जरूर पढ़नी चाहिए. दरअसल, इंडियन ऑयल (Indian Oil Corp Ltd) की ओर से उपभोक्ताओं को कई तरह की सुविधाएं दी जाती हैं. हालांकि उपभोक्ताओं को बहुत सी सुविधाओं के बारे में जानकारी नहीं होती है. आज की इस रिपोर्ट में हम इंडियन ऑयल की एक ऐसी ही महत्वपूर्ण सुविधा के बारे में चर्चा करेंगे. क्या आपको पता है कि जब आप घर पर सिलेंडर मंगाते हैं तो उस समय डिलिवरी ऑथेंटिकेशन कोड (Delivery Authentication Code) यानि DAC होना जरूरी है और अगर यह कोड आपके पास नहीं है तो आपको सिलेंडर की सप्लाई नहीं दी जाएगी. इंडियन ऑयल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर उपभोक्ताओं को DAC के बारे में जानकारी साझा की है.
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सिलेंडर की बुकिंग करने के बाद एक यूनिक DAC होता है जेनरेट
जैसा कि आपको पता है कि घर पर सिलेंडर मंगाने के बाद DAC की जरूरत होती है लेकिन इसकी और क्या जरूरत है. आज की इस रिपोर्ट में हम इसको समझने की कोशिश करेंगे. Delivery Authentication Code के बगैर उपभोक्ता को सिलेंडर की डिलीवरी नहीं दी जाती है ऐसे में यह एक बहुत जरूरी नंबर है. इंडियन ऑयल ने ट्वीट में लिखा है कि इंडेन सिलेंडर की बुकिंग करने के बाद एक यूनिक DAC जेनरेट होता है. उपभोक्ता को गैस सिलेंडर की डिलीवरी लेते समय डिलीवरी ब्वॉय को यह कोड बताना होता है.
Did you know that a unique DAC is generated every time you book your #Indane refill? Share the DAC with the delivery personnel to complete the delivery process. Help us serve you better. #Indane #DAC #LPG pic.twitter.com/Am9IxgbVlI
— Indian Oil Corp Ltd (@IndianOilcl) April 24, 2021
क्या है DAC
Delivery Authentication Code गैस सिलेंडर की बुकिंग के बाद SMS के जरिए उपभोक्ता को मिलता है. DAC का इस्तेमाल बतौर OTP की ही तरह किया जाता है. जब कोई डिलीवरी ब्वॉय उपभोक्ता के घर पर सिलेंडर पहुंचाने आता है तो उस समय यह कोड उसे बताना होता है. Delivery Authentication Code चार डिजिट का होता है.
DAC के क्या हैं फायदे
अगर किसी उपभोक्ता के पास यह कोड नहीं है तो उसे गैस सिलेंडर की डिलीवरी नहीं दी जाती है. कोड को बताने के बाद ही रसोई गैस उपभोक्ता को मिल पाएगा. हालांकि सोशल मीडिया पर कई लोग DAC के बगैर गैस सिलेंडर की सप्लाई की बात भी कहते आ रहे हैं. DAC की सबसे बड़ी खास बात यह है कि इसकी वजह से रसोई गैस की कालाबाजारी नहीं हो पाती है.
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