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Indian Railway News: रेल यात्रियों की सुरक्षा पर बड़ा अपडेट, इस रूट की ट्रेनों में लग रहा है कवच सिस्टम

आत्मनिर्भर भारत के तहत 2022-23 में विश्व स्तरीय स्वदेशी तकनीक कवच (Kavach Technology) रेल नेटवर्क को सुरक्षित बनाने का काम करेगी. Kavach तकनीक एक स्‍वदेशी तकनीक है. 

Updated on: 21 Feb 2022, 05:01 PM

highlights

  • Kavach पूरी तरह से स्‍वदेशी तकनीक
  • आपातकालीन परिस्थितियों में ऑटोमेटिक ब्रेक का सिस्टम

 

 

नई दिल्ली:

भारत की एक बड़ी आबादी ट्रेन में सफर करती है. ऐसे में भारतीय रेलवे अपने यात्रियों की यात्रा को सुगम बनाने के लिए तमाम प्रयास करती है. ट्रेन यात्रा में ट्रेनों का आपस में टकराना गंभीर ट्रेन हादसों का कारण बनता है. इस कड़ी में भारतीय रेलवे ने ट्रेन हादसों को रोकने के लिए स्वदेश प्रणाली कवच को विकसित किया है. इस प्रणाली की मदद से देश में 2,000 किलोमीटर का रेलवे नेटवर्क तैयार किया जाएगा. आत्मनिर्भर भारत (Atmanirbhar Bharat) के तहत 2022-23 में स्वदेशी विश्व स्तरीय तकनीक कवच (Kavach Technology) रेल नेटवर्क (Rail network) को सुरक्षित बनाने में मदद करेगी. Kavach तकनीक पूरी तरह से देश में ही विकसित की गई है.

पूर्व मध्य रेलवे (ECR) जोन के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (CPRO) वीरेंद्र कुमार ने बताया कि यह प्रणाली पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन (Pt Deen Dayal Upadhyaya Junction)-गया (Gaya)-धनबाद (Dhanbad) के ग्रैंड कॉर्ड रूट पर लगाई जाएगी. इसके लिए 151 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत का टेंडर भी जारी कर दिया गया है. 

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जानिए क्या है कवच सिस्टम
सिस्टम के महत्व के बारे बताते हुए वीरेंद्र कुमार ने बताया कवच एक टक्कर रोधी तकनीक है जो हमें रेलवे पटरियों पर जीरो एक्सीडेंट के टारगेट को पाने में मदद करेगी. यह सिस्टम माइक्रो प्रोसेसिंग, ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम और रेडियो कम्युनिकेशन पर काम करता है. डिवाइस को पूरे रूट पर स्थित स्टेशनों से सीधे रेडियो सिस्टम के माध्यम से जोड़ने वाले इंजनों के केबिन के अंदर लगाया जाएगा.

सिस्टम रिसर्च डिजाइन और स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन ने इस सिस्टम को विकसित किया है. डिवाइस में इनबिल्ट ऑटोमैटिक ब्रेक सिस्टम है, जो सेंसर के जरिए पैसेंजर ट्रेनों के आगे या पीछे की टक्कर की संभावनाओं को पूरी तरह से खत्म कर देगा. ऐसे में रेलवे की टकराने की घटना को रोकने के लिए भारतीय रेल द्वारा पूर्ण रूप से स्वदेशी प्रणाली TCAS (Train collision Avoidance system) विकसित की गई है. भारतीय रेलवे पर रेड सिग्नल को पार न करने, अनुमानित गति से अधिक गति से ट्रेन न चलाने एवं आमने-सामने टक्कर जैसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए बचाव प्रणाली TCAS विकसित की गई है.

टीसीएएस मूवमेंट अथॉरिटी का निरंतर अपडेट देगी. इसलिए आपातकालीन स्थितियों के दौरान जब ब्रेक लगाना जरूरी हो जाए और क्रू ऐसा न कर पाए तो कवच सिस्टम ऑटोमेटिक ब्रेक सिस्टम चालू कर देगा.