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भारतीय रेलवे (Indian Railway) का बड़ा बयान, बुलेट ट्रेन के 72 फीसदी ठेके भारतीय कंपनियों को दिए जाएंगे

Indian Railway-IRCTC: रेलवे बोर्ड के सीईओ वी के यादव ने कहा कि पुल एवं सुरंग बनाने जैसे उच्च मूल्यों के अधिकतर तकनीकी कार्य भारतीय ठेकेदारों द्वारा संभाले जाएंगे जबकि सिग्नल और टेलिकॉम से संबंधित कार्य जापानी कंपनियों द्वारा संभाले जाएंगे.

Updated on: 28 Nov 2020, 08:30 AM

नई दिल्ली:

Indian Railway-IRCTC: रेलवे बोर्ड (Railway Board) के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) वी के यादव ने शुक्रवार को कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान को बढ़ावा देने के तहत मुंबई और अहमदाबाद के बीच चलाई जाने वाली बुलेट ट्रेन परियोजना (Ahmedabad-Mumbai Bullet Train Project) से संबंधित 72 फीसदी ठेके स्थानीय कंपनियों को दिए जाएंगे. 

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एसोचैम द्वारा आयोजित एक वेबिनार के दौरान यादव ने कहा कि पुल एवं सुरंग बनाने जैसे उच्च मूल्यों के अधिकतर तकनीकी कार्य भारतीय ठेकेदारों द्वारा संभाले जाएंगे जबकि सिग्नल और टेलिकॉम से संबंधित कार्य जापानी कंपनियों द्वारा संभाले जाएंगे.

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इस परियोजना के लिए आने वाली अनुमानित लागत 1.10 लाख करोड़ 
बुलेट ट्रेन की 508 किलोमीटर लंबी इस परियोजना के लिए आने वाली अनुमानित लागत 1.10 लाख करोड़ होगी, जिसमें से 88,000 करोड़ की राशि जापान अंतरराष्ट्रीय सहयोग एजेंसी (जेआईसीए) द्वारा भारत को कर्ज के तौर पर मुहैया कराई जाएगी. उन्होंने कहा कि जापान की सरकार से विस्तृत चर्चा के बाद, हमने पूरी परियोजना का 72 फीसदी ठेका भारतीय कंपिनयों के लिए रखा है.