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कोरोना संकट के बीच भी रेलवे ने हासिल की बड़ी उपलब्धि, तोड़ा साल 2019 का रिकॉर्ड

कोरोना काल (Coronavirus Pandemic)  में भी कई महीने रेल सेवा (Rail Service) बंद होने के बाद भी रेलने ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है. रेलवे (Indian Railway) ने साल 2021 में सबसे अधिक ढुलाई की है.

Updated on: 09 Feb 2021, 05:50 PM

नई दिल्ली:

कोरोना काल (Coronavirus Pandemic)  में भी कई महीने रेल सेवा (Rail Service) बंद होने के बाद भी रेलने ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है. रेलवे (Indian Railway) ने साल 2021 में सबसे अधिक ढुलाई की है. रेलवे ने जनवरी 2021 में रिकॉर्ड तोड़ सामान की ढुलाई की है. इस मामले में भारतीय रेल (Indian Rail) ने साल 2019 का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया है. रेलवे द्वारा जारी आंकड़ो के मुताबिक, जनवरी 2021 में रिकॉर्ड 119.79 मिलियन टन सामान की ढुलाई की गई. इससे पहले मार्च 2019 में रेलवे (Railway) ने 119.74 मिलियन टन सामान की ढुलाई की थी.  रेलवे 1-8 फरवरी के बीच 30.54 मिलियन टन सामान को एक से दूसरे स्थान तक पहुंचा चुका है. इस 30.54 मिलियन टन में से 13.61 मिलियन टन कोयला, 4.15 मिलियन टन लौह अयस्क, 1.04 मिलियन टन अनाज, 1.03 मिलियन टन उर्वरक, 0.96 मिलियन टन खनिज तेल और 1.97 मिलियन टन सीमेंट है.

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बता दें कि कोरोना संकट के बीच सवारी ट्रेन बंद थी लेकिन मालगाड़ी लगातार चल रही थी. वहीं अब भी सीमित संख्या में ट्रेनों चलाई जा रही. कम ट्रेन चलने से मालगाड़ियों को रेलवे ट्रैक खाली मिल रहे है, जिससे पहले की मुकाबले अधिक सामानों की सप्लाई एक जगह से दूसरी जगह की जा रही है. सामानों की समय से सप्लाई होने के कारण बाजारों में भी महंगाई पर काबू पाने में मदद मिल रही है. इसके साथ ही फैक्ट्रियों में भी तैयार सामानों को बाजारों में ठीक समय पर पहुंच पा रही है. 

फ्रेट लोडिंग में अपना शेयर बढ़ाने के लिए भारतीय रेलवे कई आकर्षक छूट की पेशकश कर रहा है. यही नहीं, भारतीय रेलवे अपने मौजूदा और पुराने ग्राहकों के लिए कई इंसेंटिव भी दे रहा है. लोहा व इस्पात, सीमेंट, पावर, कोयला, ऑटोमोबाइल और लॉजिस्टिक सर्विस प्रोवाइडर्स के साथ रेल मंत्रालय लगातार बैठकें कर रहा है. 

वहीं बता दें कि रेल मंडल समेत पूर्व मध्य रेल (East central rail) में जल्द ही सवारी ट्रेनों का परिचालन शुरू होगा. इसके साथ ही दूसरे शहरों के लिए ट्रेनों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी. यात्रियों की सुविधा व सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा. इस्लामपुर से नटेसर के बीच तीसरी लाइन का काम पूरा होने से पटना से रांची की दूरी भी अब कम होगी. यह घोषणा पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक ललितचंद्र त्रिवेदी ने की.