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असली और नकली कोविड-19 वैक्सीन (Covid-19 Vaccine) की पहचान कैसे करें? सरकार ने जारी किया अलर्ट

केंद्र सरकार ने नकली कोरोना वैक्सीन (Covid-19 Vaccine) की पहचान करने के लिए नेशनल कोविड -19 वैक्सिनेशन प्रोग्राम के सर्विस प्रोवाइडर (Service Providers) और निगरानी टीमों को सक्षम बनाने के मकसद से कुछ मापदंड भी साझा किए हैं.

Updated on: 06 Sep 2021, 11:31 AM

highlights

  • सरकार ने असली कोविड वैक्सीन की पहचान के लिए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को मापदंड भेजा
  • कोविड वैक्सिनेशन के लिए सर्विस प्रोवाइडर और और निगरानी टीमों को मापदंड के बारे में जानकारी दी गई

नई दिल्ली :

केंद्र की नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार ने असली और नकली कोविड-19 वैक्सीन (Covid-19 Vaccine) को लेकर सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अलर्ट जारी किया है. केंद्र सरकार ने इसके लिए कुछ जरूरी जानकारियां भी साझा की है. केंद्र सरकार ने नकली कोरोना वैक्सीन की पहचान करने के लिए नेशनल कोविड -19 वैक्सिनेशन प्रोग्राम के सर्विस प्रोवाइडर (Service Providers) और निगरानी टीमों को सक्षम बनाने के मकसद से कुछ मापदंड भी साझा किए हैं. बता दें कि सरकार की ओर से यह कदम दक्षिण-पूर्व एशिया और अफ्रीका क्षेत्र में नकली कोविशील्ड (Covishield) वैक्सीन पर WHO की चिंता जाहिर करने के बाद उठाया गया है.

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केंद्र सरकार ने असली कोविड वैक्सीन की पहचान के लिए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को मापदंड भेजा हुआ है और इस Criteria को देखकर वैक्सीन के असली या फिर नकली की पहचान की जा सकती है. जानकारी के मुताबिक कोविशील्ड (Covishield), कोवैक्सिन (Covaxin) और स्पुतनिक V (Sputnik V) वैक्सीन असली और नकली की पहचान के लिए तीनों वैक्सीन पर लेबल, ब्रांड का नाम और उसके रंग के बारे में जानकारी साझा की गई है. बता दें कि 2 सितंबर को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों सभी अतिरिक्त मुख्य सचिव और प्रधान सचिवों (हेल्थ) को लिखे पत्र में वैक्सीन को उपयोग से पहले सावधानीपूर्वक प्रमाणित करने की आवश्यकता के लिए अनुरोध किया गया था. 

असली कोविशील्ड की पहचान ऐसे करें
पत्र के जरिए कोविड-19 वैक्सिनेशन के लिए सर्विस प्रोवाइडर और और निगरानी टीमों को मापदंड के बारे में जानकारी दी गई है और कहा गया है कि नकली टीकों की पहचान के लिए ज्यादा से ज्यादा कोशिश की जाए. बता दें कि असली कोविशील्ड शीशी की बोतल पर गहरे हरे रंग में SII प्रोडक्ट का लेबल शेड, गहरे हरे रंग की एल्यूमीनियम फ्लिप ऑफ सील और ट्रेडमार्क के साथ ब्रांड का नाम होता है. SII लोगो लेबल के चिपकने वाली ओर और एक खास कोण पर छपा हुआ होता है और इसे सिर्फ कुछ ही लोगों के द्वारा पहचाना जा सकता है जो कि इसके बारे में पूरी तरह से जानते हों. इसके अलावा शीशी के ऊपर लिखे गए अक्षरों को ज्यादा और पढ़ने लायक बनाने के लिए विशेष सफेद स्याही का इस्तेमाल किया जाता है. 

असली कोवैक्सीन की पहचान ऐसे करें  
मापदंडों के मुताबिक कोवैक्सीन का पूरा लेबल का एक विशेष कोण पर दिखाई देता है. कोवैक्सीन लेबल में अदृश्य यूवी हेलिक्स यानी डीएनए जैसी संरचना को शामिल किया गया है और यह सिर्फ यूवी प्रकाश में ही दिखाई देता है. इसके अलावा कोवैक्सिन की एक्स स्पैलिंग में X का ग्रीन फॉइल इफेक्ट दिखाई पड़ने के साथ कोवैक्सिन की स्पेलिंग में होलोग्राफिक इफेक्ट दिखाई देगा.

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असली स्पूतनिक वी की ऐसे करें पहचान
देश में आने वाली रूसी वैक्सीन स्पूतनिक वी को दो अलग-अलग प्लांट से इंपोर्ट किया गया है. ऐसी स्थिति में दोनों प्लांट के लेवल में मैन्युफैक्चरिंग करने वाली कंपनी का नाम अलग-अलग दिखाई पड़ेगा. इसके अलावा सभी जानकारी समान रहेगी. साथ ही डिजाइन और जानकारी को एक समान रखा गया है.  

बता दें कि मौजूदा समय में देश में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशिल्ड, भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और रूसी वैक्सीन स्पुतनिक वी को कोविड-19 वैक्सिनेशन कार्यक्रम के तहत पात्र लाभार्थियों को लगाया जा रहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के नकली वैक्सीन को रोकने के लिए दिशानिर्देशों की जानकारी अधिकारियों को दे दी गई है.