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घर पर दवा और खाना मंगाना होगा आसान, Google Maps लेकर आया ये खास फीचर

प्‍लस कोड (Plus Codes) होने की वजह से घर के पते के कोई लैंडमार्क या वॉइस इंस्‍ट्रक्‍शन शेयर नहीं करने की जरूरत पड़ेगी. साथ ही आसान नेविगेशन के लिए एक-दूसरे के साथ प्‍लस कोड को शेयर किया जा सकेगा.

Updated on: 28 Jan 2022, 10:09 AM

highlights

  • प्लस कोड जेनरेट करने के लिए यह मोबाइल फोन की लोकेशन का इस्तेमाल करेगा 
  • वर्तमान में केवल एंड्रॉइड पर उपलब्ध है, iOS के लिए जल्द ही लाया जाएगा

नई दिल्ली:

Google Maps के ताजा अपडेट से यूजर्स को काफी फायदा होने जा रहा है. दरअसल, यूजर के द्वारा अब अपने घर के पते को प्‍लस कोड (Plus Codes) के साथ सेव और शेयर किया जा सकता है. Google Maps के नए अपडेट से यूजर्स को उनके घर का सटीक डिजिटल अड्रेस हासिल करने में मदद मिलेगी. बता दें कि प्‍लस कोड एत ऐसी लोकेशन Key होती हैं, जिसके जरिए अक्षांश (Latitude) और देशांतर (Longitude) पर बेस्‍ड अल्‍फान्यूमेरिक कोड के रूप में पते की जानकारी मिलती है. नए अपडेट के बाद खाना, दवा और पार्सल की तेज डिलीवरी हो सकेगी. 

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प्‍लस कोड होने की वजह से घर के पते के कोई लैंडमार्क या वॉइस इंस्‍ट्रक्‍शन शेयर नहीं करने की जरूरत पड़ेगी. साथ ही आसान नेविगेशन के लिए एक-दूसरे के साथ प्‍लस कोड को शेयर किया जा सकेगा. Google Maps पर नए अपडेट के जरिए घर के पते के लिए एक प्लस कोड जेनरेट किया जा सकता है. होम लोकेशन को SAVE करते समय ऐप में Use Your Current Location का ऑप्‍शन दिखाई देगा. बता दें कि प्लस कोड जेनरेट करने के लिए यह आपके मोबाइल फोन की लोकेशन का इस्तेमाल करेगा और SAVE करने के बाद प्लस कोड के साथ होम लोकेशन को सीधे Google Maps से शेयर कर सकते हैं.

गूगल मैप्स के उत्पाद प्रबंधक, अमांडा बिशप ने कहा कि हमने एक महीने पहले भारत में इस सुविधा का परीक्षण किया था और यह साझा करते हुए रोमांचित हैं कि भारत में 300,000 से अधिक यूजर्स को प्लस कोड का उपयोग करके अपने घर का पता मिल गया है. हम और अधिक प्रकार के स्थानों में विस्तार करने की उम्मीद कर रहे हैं. 2018 में इसकी शुरूआत के बाद से, भारत और सरकारों में गैर सरकारी संगठनों द्वारा प्लस कोड को बड़े पैमाने पर अपनाया गया है क्योंकि यह लाखों लोगों की जरूरतों को पूरा करता है. सड़क और इलाके के नामों के बजाय, प्लस कोड लेटिट्यूट और लॉन्गीट्यूट पर आधारित होते हैं और संख्याओं और अक्षरों के एक छोटे क्रम के रूप में प्रदर्शित होते हैं, जो ब्रांड के दावे के अनुसार सटीकता प्रदान करते हैं.

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गूगल मैप्स पर 'होम' स्थान सहेजते समय, भारत में यूजर्स को एक नया 'अपने वर्तमान स्थान का उपयोग करें' दिखाई देगा जो एक प्लस कोड उत्पन्न करने के लिए अपने फोन के स्थान का उपयोग करता है (यदि स्थान सटीकता न्यूनतम थ्रेसहोल्ड को पूरा करती है), जिसे वे तब उपयोग कर सकते हैं उनके घर का पता जानना हो. यह सुविधा वर्तमान में केवल एंड्रॉइड पर उपलब्ध है, आईओएस (iOS) के लिए जल्द ही लाया जाएगा.