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Ghost Job: युवाओं को फंसा रहा भूतिया नौकरी का जादू, जानें क्या हैं बेरोजगारों के लिए चैलेंज का नया ट्रेंड

Ghost Job: आपने अभी तक दो प्रकार की जॅाब के बारे में सुना होगा. जिसमें पहला नंबर आता है सरकारी नौकरी का साथ ही दुसरे नंबर पर प्राइवेट नौकरी आती है. लेकिन क्या भूतिया नौकरी के बारे में जानते हैं. तो बहुतों का जवाब होगा नहीं.

Updated on: 05 Oct 2023, 12:06 PM

highlights

  • आंकड़ों के मुताबिक करीब 90 लाख नौकरियां हैं अवेलेबल
  • कई इंडस्ट्रीज़ में घोस्ट जॉब लिस्टिंग की घटनाएं हुई दोगुनी 
  • अमेरिका में थी  लगभग 8.8 मिलियन ओपनिंग 

नई दिल्ली :

Ghost Job: आपने अभी तक दो प्रकार की जॅाब के बारे में सुना होगा. जिसमें पहला नंबर आता है सरकारी नौकरी का साथ ही दुसरे नंबर पर प्राइवेट नौकरी आती है. लेकिन क्या भूतिया नौकरी के बारे में जानते हैं. तो बहुतों का जवाब होगा नहीं. क्योंकि भूतिया नौकरी का चलन खासकर अमेरिका है. जिसके चक्कर में युवा फंसते जा रहे हैं.  अमेरिका में भूतिया नौकरी बेरोजगारों के लिए चैलेंज का नया ट्रेंड बनता जा रहा. युवा आंख मूंदकर भूतिया नौकरी के लिए आवेदन भी करते हैं. लेकिन क्या इन बेरोजगारों को रोजगार मिल पाता है. आइये जानते हैं भूतिया नौकरी की पूरी कहानी. 

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क्या है भूतिया नौकरी
दरअसल, मौजूदा समय में अमेरिका में सरकारी आंकड़ों के मुताबिक करीब 90 लाख नौकरियां इस समय खाली हैं. लेकिन यदि आप जॅाब सीकर्स से पूछेंगे नौकरी का रोना रो रहे हैं. लाखों जॅाब पोस्टिंग के बाद भी उनके  पास नौकरी नहीं है. आपको बता दें कि भूतिया नौकरियों ने ही ये सब गणित बिगाड़ दिया है. "भूतिया नौकरियां या घोस्ट जॉब्स ऐसी नौकरियां होती हैं, जो कंपनियों के रिकॅार्ड में चलती हैं. लेकिन वास्तव में इनके लिए हायरिंग नहीं होती. कंपनिया नोटिफिकेशन जारी करती हैं. बेरोजगारों के इंटरव्यू करती हैं. लेकिन वास्तव उन्हें रखा नहीं  जाता. वर्कफोर्स इंटेलिजेंस फर्म रेवेलियो लैब्स के मुताबिक, ''ऐसी नौकरियां पहले भी निकलती थीं. लेकिन कोरोना के बाद कई इंडस्ट्रीज़ में घोस्ट जॉब लिस्टिंग की घटनाएं दोगुनी हुई है. यानि कंपनियां दिखाने के लिए तो ओपनिंग निकालती हैं लेकिन वास्तव में इसके लिए हायरिंग नहीं करती हैं,,.

क्यों होती हैं घोस्ट जॉब पोस्टिंग?
आपको बता दें कि भूतिया जॉब पोस्टिंग की वजह से ही लेबर टर्नओवर का सही आंक़ड़ा नहीं निकल पाता. क्योंकि जितना फाइलों में चल रहा है. वास्तव में उतना होता नहीं है.  खासकर जब से फेडरल रिजर्व ने इसे महत्वपूर्ण सबूत के रूप में इस्तेमाल करना शुरु किया है. कई बार कंपनियां अपने यहां नौकरियों का डाटा दिखाने के लिए ही सिर्फ इस तरह की ओपनिंग्स निकाल देती हैं. ज्यादातर कंपनियां जब लेबर मार्केट डाउन होता है तब ऐसी ओपनिंग्स निकालती हैं.