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FPO Yojana: अब किसान बनेंगे बिजनेसमैन, सरकार करेगी 15 लाख रुपए की आर्थिक मदद

FPO Yojana 2023: सरकार अब किसानों को व्यापारी बनाना चाहती है. इसके लिए बाकायदा पीएम किसान फॉर्मर्स प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन योजना (PM Kisan FPO Yojana) की शुरुआत की हुई है. जिसके तहत पात्र किसानों को 15 लाख रुपए तक की आर्थिक मदद सरकार करती है.

Updated on: 05 May 2023, 09:20 AM

highlights

  • किसानों को 11 किसानों का बनाना होगा ग्रुप, फर्म के नाम ही आएगा मदद कै चैक 
  • फर्म रजिस्टर्ड कराकर करना होगा आवेदन, सब्सिडी का भी प्रावधान 
  •  फॉर्मर्स प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेश योजना के तहत की जाएगी किसानों की मदद 

नई दिल्ली :

FPO Yojana 2023: सरकार अब किसानों को व्यापारी बनाना चाहती है. इसके लिए बाकायदा पीएम किसान  फॉर्मर्स प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन योजना (PM Kisan FPO Yojana) की शुरुआत की हुई है. जिसके तहत पात्र किसानों को 15 लाख रुपए तक की आर्थिक मदद सरकार करती है. यही नहीं इस धनराशि पर कुछ प्रतिशत सब्सिडी का प्रावधान भी किया हुआ है. हालांकि यह स्कीम किसी एक किसान के लिए नहीं है. यह एक ग्रुप योजना है. जिसमें कुल 11 किसानों को मिलकर एक फर्म रजिस्टर्ड करानी होती है. इसके बाद आपको अपना व्यापार भी चुनना होता है. सारी फॅारमल्टी पूरी होने के बाद आपको आर्थिक मदद का चैक दिया जाता है. 

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खेती संबंधी करना होगा व्यापार 
आपको बता दें कि फॉर्मर्स प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन योजना (PM Kisan FPO Yojana) के तहत आपको जिस भी व्यापार को चुनना है. वह खेती संबंधी होना अनिवार्य है. 15 लाख रुपए की जो आर्थिक मदद आपको सरकार द्वारा दी जाएगी. उससे आप कृषि संबंधी उपकरण या फर्टिलाइजर्स, बीज या दवाएं खरीद सकते हैं. साथ ही पैसा 11 किसानों के ज्वाइंट अकाउंट में भेजा जाएगा. ताकि पूरी पारदर्शिता से किसान पैसे को व्यापार में लगा सकें. यही नहीं यदि किसानों का व्यापार ठीक चल जाता है तो सरकार की ओर से कुछ सब्सिडी का प्रावधान भी किया गया है. 

ये है अप्लाई का तरीका 
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 2023 के लिए सरकार जल्द ही फॉर्मर्स प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन योजना (PM Kisan FPO Yojana) के लिए नॅाटिफिकेशन निकालेगी. उसके बाद आप आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं. स्कीम को शुरू करने के पीछे सरकार का उद्देश्य किसानों की आय को बढ़ाना है. क्योंकि किसान सबसे ज्यादा मेहनत करता है. लेकिन आज के जमाने में सबसे ज्यादा गरीब भी वही है.