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क्या आप भी चाहते हैं बंदूक का लाइसेंस बनवाना, इस कानूनी प्रक्रिया से होगा गुजरना

Arms License Update: जैसे बुलेट शान की सवारी होती है. वैसे ही कुछ लोगों के लिए पिस्टल व रिवाल्वर या बंदूक रखना शान मानी जाती है. कई लोग अपनी सुरक्षा के लिए भी शस्त्र लाइसेंस रखते हैं.

Updated on: 09 Jan 2024, 01:51 PM

highlights

  • लोगों के लिए शान होती है लाइसेंसी पिस्टल व रिवाल्वर रखना
  • कई बार जानकारी के अभाव में नहीं बनवा पाते शस्त्र लाइसेंस
  • इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको शस्त्र लाइसेंस बनवाना होगा आसान

नई दिल्ली :

Arms License Update: जैसे बुलेट शान की सवारी होती है. वैसे ही कुछ लोगों के लिए पिस्टल व रिवाल्वर या बंदूक रखना शान मानी जाती है. कई लोग अपनी सुरक्षा के लिए भी शस्त्र लाइसेंस रखते हैं. लेकिन आपको बता दें कि  कई लोग कानूनी प्रक्रिया के चक्कर में आर्म लाइसेंस लेने का प्लान त्याग देते हैं. यहां हम आपको बता रहे हैं आसान शस्त्र लाइसेंस के लिए कैसे आवेदन किया जा सकता है. आपको बता दें कि शस्त्र लाइसेंस शान के लिए नहीं बल्कि सुरक्षा के लिए होता है. इसलिए लोकल प्रशासन ये वेरिफिकेशन करता है क्या वास्तव में संबंधित व्यक्ति को लाइसेंस की जरूरत है या नहीं. 

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ये अपनाएं कानूनी प्रक्रिया
बंदूक का लाइसेंस प्राप्त करने के लिए सबसे पहले स्पष्ट बताना होता है कि आपको आर्म लाइसेंस क्यों चाहिए. यह सुरक्षा या खेती के उद्देश्यों के लिए हो सकता है. इसके बाद सबसे पहले आपको ये भी सुनिश्चित करना होता है कि आपको क्या चाहिए, यानि गन, रिवाल्वर, पिस्टल आदि. बंदूक लाइसेंस के लिए आवेदन जिला पुलिस अधिकारी के पास किया जाता है. आवेदक को सभी आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करना होता है.आवेदक की पुरानी और वर्तमान साक्षात्कार हो सकती है, और उनकी जीवनशैली की सत्यापन होती है.

ये भी जानें 
बंदूक का लाइसेंस प्राप्त होने के बाद, स्थानीय पुलिस अधिकारी द्वारा निरीक्षण हो सकता है.जब आवेदक की सभी प्रक्रियाएं सफलतापूर्वक पूरी होती हैं, तो उसे अनुमति पत्र प्रदान किया जाता है. बंदूक के लाइसेंस हासिल करने वाले को इसे सुरक्षित रखने और इसे गैर-अधिकृत तरीके से उपयोग नहीं करने की शर्त पर केवल पूर्ण अनुमति होती है. बंदूक लाइसेंस हासिल करने वाले को इसे अवाम के सामने प्रदर्शित नहीं करने की शर्त होती है. बंदूक धारकों को नियमित रूप से अपनी नगरिकता की स्थिति को अद्यतित रखना होता है. 

नियमों का करना होगा पालन 
बंदूक धारकों को स्थानीय, राज्यीय और राष्ट्रीय स्तर पर नियमों का पूरा पालन करना होता है. यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि व्यक्ति बंदूक का अवाम के सामने सुरक्षित रूप से उपयोग करता है और सभी स्थानीय, राज्यीय और राष्ट्रीय कानूनों का पालन करता है. आपको बता दें किं आर्म लाइसेंस को यदि ऑल इंडिया बनवाना चाहते हैं तो उसके लिए अलग प्रक्रिया है.