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Diwali Offer: दिवाली ऑफर के नाम पर फ्रॅाड करने वाले हुए सक्रिय, साइबर सेल ने किया अलर्ट

Diwali Offer Fraud: दिवाली की शॅापिंग शुरू हो चुकी हैं. इसलिए डिजिटली ठगों ने भी अपना जाल बिछाना शुरू कर दिया है. सोशल मीडिया के माध्यम से लुभावने ऑफर आने शुरू हो गये हैं.

Updated on: 03 Oct 2023, 11:54 AM

highlights

  • लुभावने ऑफर दे  सकते हैं गच्चा, सोच-समझकर करें शॅापिंग
  • डिजिटली ठग ऑफर भेज ग्राहकों को दे रहे झटका, साइबर सेल में शिकायतें हुई शुरू
  • बैंक लोन प्रोसेस, डिस्काउंट और कैशबैक जैसे लुभावने ऑफर में फंस रहे ग्राहक

नई दिल्ली :

Diwali Offer Fraud: त्योहारी माह शुरू हो गया है, सनातन धर्म का सबसे बड़ा फेस्टीवल दिवाली भी अगले माह नवंबर में आने वाला है. इस त्योहार से एक माह पहले ही शॅापिंग (Diwali Shopping)शुरू हो जाती है. आधुनिक युग में लोग दुकान पर जाकर नहीं, बल्कि ऑनलाइन शॅापिंग को प्राथमिकता दे रहे हैं.. बस इसी का फायदा डिजिटली ठगों को मिल जाता है.  क्योंकि ग्राहक इनके लुभावने ऑफर के जाल में आसानी से फंस जाते हैं.  साइबर सेल से मिली जानकारी के मुताबिक प्रतिदिन सैकडों शिकायतें रोजाना साइबर सेल में इस तरह की पहुंच रही हैं... 

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ऑनलाइन मिनटों लोन जैसे ऑफर
दरअसल, फ्रॅाड करने वाले सिर्फ ऑनलाइन शॉपिंग ही नहीं, बल्कि बैंक लोन प्रोसेस, डिस्काउंट और कैशबैक ऑफ़र भी ग्राहकों को दे रहे हैं. ये ऑफर आपकी फेसबुक व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॅार्म पर आपको मिल जाएंगे. इसके अलावा ऑनलाइन मौजूद बैंकों, ई-कॉमर्स और अन्य कंपनियों की इतनी सारी फर्जी वेबसाइटें हैं, जो लगभग असली दिखती हैं.  शॅापिंग करने वाले लोग इनके झूठे लालच में आकर अपना नुकसान कर बैठते हैं. आपको बता दें कि त्यौहारी मौसम में दर्जनों फर्जी वेबसाट मार्केट में हैं. जिन पर एक से एक लुभावना ऑफर चल रहा है. जिन्हे देखकर ग्राहक गच्चा खा ही जाता है.  

ये बचाव का तरीका 
अविश्वसनीय रूप से अच्छे ऑफर्स के साथ कॉल करने वाले अजनबियों से बात न करें. ये ऑफर आमतौर पर हमेशा नकली होते हैं. फोन, एसएमएस, सोशल मीडिया या यहां तक ​​कि ईमेल पर भी अपनी व्यक्तिगत जानकारी किसी के साथ साझा न करें. किसी भी हालत में आपको अपना यूजर नेम, पासवर्ड और ओटीपी किसी भी अजनबी के साथ साझा नहीं करना चाहिए. किसी भी शॉपिंग कंपनी का लिंक खोजने के लिए गूगल सर्च पर न जाएं. टॉप पर आने वाला सर्च रिजल्ट नकली हो सकता है. वह असली के रूप में मुखौटा हो सकता है. आपके फोन पर कोई अनजान ओटीपी आए तो उसे किसी अनजान व्यक्ति से साझा न करें. वहना कब आपकी मेहनत कमाई पर डाका डल जाए आपको पता भी नहीं चलेगा.