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पेट्रोल-डीजल की निर्भरता होगी खत्म, सिर्फ 50 रुपए लीटर में चलेगी कार

Petrol Diesel Price: रोजाना बढ़ते पेट्रोल-डीजल के दामों (Petrol Diesel Price)ने लोगों का बजट बिगाड़ कर रख दिया है. काफी लोगों ने तो पब्लिक ट्रांस्पोर्ट तक यूज करना शुरू कर दिया है. क्योंकि पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों में आम आदमी की कमर तोड़ कर रख दी

Updated on: 05 Apr 2023, 01:53 PM

highlights

  • सरकार की योजना फलीभूत होने के बाद पेट्रोल-डीजल वाहन खरीदारी हो जाएगी कम 
  • केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी कई कार्यक्रमों में बता चुके हैं प्लान की बारीकियां 

नई दिल्ली :

Petrol Diesel Price: रोजाना बढ़ते पेट्रोल-डीजल के दामों (Petrol Diesel Price)ने लोगों का बजट बिगाड़ कर रख दिया है. काफी लोगों ने तो पब्लिक ट्रांस्पोर्ट तक यूज करना शुरू कर दिया है. क्योंकि पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों में आम आदमी की कमर तोड़ कर रख दी है. इसके अलावा प्रदूषण की मार से लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. समस्या को गंभीरता से लेते हुए सरकार ने पेट्रोल-डीजल की निर्भरता (Petrol-Diesel dependency)कम करने की योजना तैयार की है. केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari)का तो यहां तक कहना है कि इसी साल वैकल्पिक ईंधन से चलने वाले वाहन मार्केट में आ जाएंगे. जिसके बाद काफी हद तक पेट्रोल-डीजल की खपत कम होगी. 

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फ्लेक्स ईंधन से चलेंगी कार 
दरअसल, केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी पिछले दो सालों में हर कार्यक्रम में फ्लेक्स ईंधन की बात कर रहे हैं. इसके पीछे सरकार का उद्देश्य मार्केट में फ्लेक्स ईंधन से चलने वाले वाहन लाने का है. ताकि पेट्रोल-डीजल की डिपेंडेंशी कम हो सके.  हालांकि इलेक्ट्रिक वाहनों का चलन भी मार्केट में काफी बढ़ गया है. जिसके चलते पेट्रोल-डीजल वाहनों की थोड़ी-बहुत डिमांड जरूर कम हुई होगी. ताजा जानकारी के मुताबिक इस साल के अंत तक फ्लेक्स ईंधन चलित वाहन भी मार्केट में आ जाएंगे. जिसके  बाद पेट्रोल-डीजल की डिमांड तेजी से कम होगी.. 

बढ़ेगी किसानों की आय 
जानकारी के मुताबिक, फ्लेक्स ईंधन के साथ मैथनॅाल मिश्रित पेट्रोल भी मार्केट में बेचा जा रहा है. जिससे प्रति लीटर पेट्रोल के दामों में कमी देखने को मिलेगी. हालांकि एक लीटर पेट्रोल में सिर्फ 200 ग्राम ही मैथनॅाल यूज किया जा सकता है. इस तरह से पेट्रोल-डीजल के जितने विकल्प हो सकते हैं सभी पर काम चल रहा है. बतया जा रहा है कि किसानों को सरकार व्यापारी बनाने जा रही है.  ताकि उनकी आमदनी बढ़ सके. बताय़ा जा रहा है कि यदि फ्लेक्स ईंधन से कारें चलेंगी तो कुल 50 रुपए प्रति लीटर का ही खर्च आएगा.