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Alert: डिजिटली ठगों ने खोजा ठगी का नया तरीका, केवाईसी के नाम पर अकाउंट हो रहे निल

Digital Fraud: जैसे-जैसे डिजिटल ने अपनी रफ्तार पकड़ी है, वैसे ही ऑनलाइन फ्रॅाड (online fraud) एक ट्रेंड सा बन गया है. आए दिन साइबर सेल (cyber cell)और पुलिस थानों में अकाउंट से पैसे निकालने की खबरे सामने आती रहती है. डिजिटली ठगों ने अब ठगी करने का नया

Updated on: 05 Apr 2023, 11:27 AM

highlights

  • साइबर सेल में शिकायतों का लगा अंबार, अकाउंट में सेंध की सबसे ज्यादा शिकायतें 
  • अपने को बैंक अधिकारी बताकर लगा रहे खाता धारकों को चूना 
  • आधार डिटेल जानकर बनाते हैं निशाना, जिस खाते में ज्यादा पैसे उसे करते हैं खाली

नई दिल्ली :

Digital Fraud: जैसे-जैसे डिजिटल ने अपनी रफ्तार पकड़ी है, वैसे ही ऑनलाइन फ्रॅाड (online fraud) एक ट्रेंड सा बन गया है. आए दिन साइबर सेल (cyber cell)और पुलिस थानों में अकाउंट से पैसे निकालने की खबरे सामने आती रहती है. डिजिटली ठगों ने अब ठगी करने का नया तरीका इजाद किया है. सर्विस प्रोवाइडर बनकर ग्राहकों के अकाउंट में सेंध लगाई जा रही है. बताया जा रहा है कि ठग खुद को बैंक कर्मचारी (Bank employee)या अधिकारी बताकर कॅाल करते हैं. साथ ही ई-केवाईसी (e-KYC)न होने पर अकाउंट को बंद करने की धमकी तक देते हैं. इसके  बाद अपनी बातों में ग्राहक को फंसाकर उससे जरूरी डिटेल पता कर लेते हैं. इससे पहले ठगी को लेकर गृह मंत्रालय भी अलर्ट जारी कर चुका है. 

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कॅाल और व्हाट्सप के माध्यम से दिया जा रहा अंजाम 
आपको बता दें कि ठग बल्क में मोबाइल नंबर्स एकत्र करते हैं और उन पर फोन घूमाना शुरु कर देते हैं. यही नहीं व्हाट्सप के माध्यम से भी खाता धारकों को मैसेज भेजकर डराया जाता है.. फ्रॉड करने वाले यानी कि धोखेबाज ग्राहकों को मैसेज भेजते हैं जिसमें लिखा होता है कि फलां नंबर पर ईकेवाईसी को अपलोड कर दें. अगर केवाईसी नहीं कराते हैं तो आपका खाता नंबर बंद कर दिया जाएगा.  कॉल करने पर फ्रॉडस्टर यूजर के मोबाइल में टीम व्यूअर ऐप डाउनलोड करने के लिए कहता है. टीम व्यूअर डाउनलोड करने के साथ ही आपके मोबाइल का पूरा एक्सेस उस धोखेबाज के नियंत्रण में चला जाता है. 

क्या है गाइडलाइन
RBI के मुताबिक, इस तरह के फ्रॉड को विशिंग कहते हैं जिसमें फ्रॉडस्टर खुद को कंपनी या बैंक का कर्मचारी बताते हैं. साथ ही आपको झांसे में लेकर जरूरी डिटेल्स पता कर लेते हैं. उसके बाद जिस भी अकाउंट्स में ज्यादा पैसा होता है. उसे पहले निशाना बनाया जाता है. इनसे बचने के लिए जानकारी ही बचाव है. किसी भी कॅाल पर अपने आधार या खाते से जुड़ी कोई जानकारी शेयर न करें. जरूरी हो तो इस तरह की कॅाल्स को इग्नोर करें. साथ ही सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफॅार्म पर आए मैसेज को भी खोलकर न देखें. क्योंकि गलती से भी आप मैसेज के नीचे दिये गए लिंक को क्लिक करते हैं तो भी आपकी जानकारी चोरी होने का खतरा बना रहता है.