logo-image

सावधान! जरा सी चूक और अकाउंट हो जाएगा खाली, ATM क्लोन बना digitally ठग डाल रहे डाका

यदि आप जल्दी-जल्दी एटीएम यूज (ATM use) करते हैं तो सावधान हो जाएं. क्योंकि आपकी जरा सी चूक आपकी मेहनत की कमाई पर डाका डाल सकती है. आपको बता दें कि जालसाज आपके कार्ड की डिटेल (card details) नोट करने के लिए स्पाई कैमरे का उपयोग (use spy camera) कर रहे

Updated on: 24 Dec 2021, 11:17 PM

highlights

  • डिजिटली युग में एटीएम का क्लोन तैयार करने वाला गिरोह सक्रिय 
  • साइबर सेल में हजारों शिकायतें अकाउंट संबंधी 
  • स्पाई कैमरा लगाकर जान लेते हैं खाते की संबंधी सारी जानकारी 

नई दिल्ली :

यदि आप जल्दी-जल्दी एटीएम यूज (ATM use) करते हैं तो सावधान हो जाएं. क्योंकि आपकी जरा सी चूक आपकी मेहनत की कमाई पर डाका डाल सकती है. आपको बता दें कि जालसाज आपके कार्ड की डिटेल (card details) नोट करने के लिए स्पाई कैमरे का उपयोग (use spy camera) कर रहे हैं. जानकारी के मुताबिक जालसाजों द्वारा एटीएम में कार्ड स्वैप करने वाले स्थान पर अतिरिक्त स्लाट स्कीमर और पासवर्ड के लिए स्पाई कैमरा (spy camera) लगाकर कार्ड की डिटेल पता कर रहें हैं. इसके बाद कार्ड का क्लोन तैयार कर जालसाजों द्वारा रकम निकलने के कई मामले सामने आ चुके हैं. क्राइम ब्रांच (crime branch) ने वीडियो संदेश जारी कर लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा है.

दरअसल, इस इंटरनेट के जमाने में जितनी सुविधा लोगों को मिल रही है. उतनी ही परेशानी भी उठानी पड़ रही है. आपको बता दें कि अब तक जालसाज एटीएम में गड़बडी होने की बात करके उपभोक्ताओं को झांसा देकर उनके खाते से रकम निकाल लेते थे. कई बार उपभोक्ताओं का कार्ड चोरी कर खाते में आसानी से सेंध लगाई जाती थी, लेकिन अब ठगों ने जालसाजी का हाईटेक रास्ता चुना है. उनके द्वारा मशीन में अतिरिक्त स्लाट और स्पाई कैमरा लगाकर ग्राहक की पूरी डिटेल हांसिल कर ली जाती है. इसके बाद जिस खाते में पैसा होता है, उसे खाली कर दिया जाता है.

यह भी पढ़ें : पोस्‍ट ऑफिस की ये स्कीम कर देगी मालामाल, अकाउंट में आएंगे 16 लाख रुपए

ये है तरीका 
आईटी एक्सपर्ट संदीप भार्गव बताते हैं कि मशीन में कार्ड स्वैप करने वाले स्थान पर स्कीमर डिवाइस लगा दी जाती है. देखने में यह डिवाइस मशीन का ही हिस्सा लगता है. एटीएम की स्क्रीन और की बोर्ड पर नजर रखने के लिए केबिन में स्पाई कैमरा फिट कर दिया जाता है. जब ग्राहक मशीन में अपना कार्ड स्वैप करता है तो डिवाइस कार्ड को स्कैन कर लेती है. साथ ही केबिन में लगा कैमरा स्क्रीन और पासवर्ड रिकार्ड कर लेता है. ठगों के पास कई कार्डों की डिटेल होती है. इसके बाद उनके क्लोन तैयार किए जाते हैं. जिस खाते में बैलेंस अधिक होता है, उसमें से रकम निकाल ली जाती है.

ये बरतें सावधानी 
नेट या मोबाइल बैकिंग का इस्तेमाल किसी के सामने न करें, बैंक कभी ट्रांजेक्शन पासवर्ड नहीं पूछता, किसी के पर्सनल सवालों जैसे पासवर्ड, या जन्म की तारीख से जुड़े सवालों का जवाब न दें और किसी अपरिचित के हाथों में एटीएम न थमाएं. साथ ही एटीम का यूज करते समय देख लें कहीं स्पाई कैमरा तो नहीं लगा है.