भारत में रहने वाले लोगों के लिए बहुत सारे दस्तावेज जरूरी होते हैं. इन दस्तावेजों की जरुरतें आए दिन कभी-न-कभी पड़ती रहती हैं. आधार कार्ड, राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड ऐसे दस्तावेज हैं, जिसका इस्तेमाल भारत में होता रहता है. वहीं, इनमें जो बहुत जरुरी दस्तावेज है- पैन कार्ड. पैन कार्ड के बिना आपके बहुत सारे जरुरी काम अटक जाते हैं.
बैंकिंग से जुड़े आपके तमाम काम पैन कार्ड के बिना अटक जाएंगे. इनकम टैक्स रिटर्न भरने के लिए पैन कार्ड की जरुरत पड़ती है. पैन कार्ड को लेकर अब बड़ा अपडेट सामने आया है. भारत सरकार ने पैन 2.0 लॉन्च कर दिया है. यह पैन कार्ड का अपग्रेडेड वर्जन है. पैन कार्ड 2.0 क्या है, इसका इस्तेमाल कैसे होता है. इसमें क्या-क्या है. आइये जानते हैं.
डिजिटल इंडिया अभियान के तहत मोदी सरकार ने पैन 2.0 योजना लॉन्च की है. इस नए पैन कार्ड में क्यूआर कोड भी होगा. क्यूआर कोड की मदद से पैन कार्ड की आइडेंटिफिकेशन करना काफी आसान हो जाएगा. सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स ने 26 नवंबर को बताया कि पैन 2.0 की मदद से पैन और टैन के मैनेजमेंट की प्रक्रिया को आसान बनाया जाएगा. पैन 2.0 के जरिए जारी होने वाले पैन कार्ड में एक क्यूआर कोड लगा होगा. इसे स्कैन करके आसानी से वेरिफिकेशन प्रक्रिया पूरी की जाए.
क्या PAN 2.0 सबको बनवाना जरूरी?
पैन 2.0 की जानकारी जब से सामने आई है, तब से ही लोगों के मन में कई सारे सवाल हैं. जैसे- क्या सभी के लिए पैन 2.0 बनवाना जरूरी है. आपको बता दें तो ऐसा नहीं है. क्योंकि, जिसके पास पहले से ही पैन कार्ड है, उनका वही पैन कार्ड काम करेगा. उन्हें पैन 2.0 के लिए दोबारा से आवेदन करने की जरुरत नहीं है. आप अगर पैन कार्ड में किसी प्रकार का बदलाव करवाना चाह रहे हैं तो उनका जो अपडेटेड पैन कार्ड होगा वह पैन 2.0 होगा. यह बिल्कुल निशुल्क होगा. इसके लिए सरकार की ओर से कोई फीस नहीं वसूली जाएगी.