UP Kumbh Mela Ration Card: साल 2025 में प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. इस बार करोड़ों श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद जताई जा रही है. कई श्रद्धालु महाकुंभ में लंबे समय तक रुकते हैं और भंडारों में मिलने वाले भोजन पर निर्भर रहते हैं. ऐसे में योगी सरकार ने एक खास योजना बनाई है, जिससे कोई भी श्रद्धालु भूखा न रहे.
क्या है योजना?
महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को हर बार की तरह इस बार भी सरकार की ओर से राशन दिया जाएगा. जो की सरकार की तरफ से निर्धारित रेट पर दिया जाएगा. महाकुंभ में रहने वाले कल्पवासियों और श्रद्धालुओं को राशन देने के लिए प्रशासन नए राशन कार्ड बनाएगा. जो सिर्फ मेले के लिए ही वैलिड होगा ये एक अस्थाई कार्ड होगा. इन कार्डों के जरिए ही श्रद्धालुओं को राशन की सुविधा दी जाएगी.
कहां से मिलेगा राशन?
सरकार पूरे मेला क्षेत्र में 160 राशन की दुकानें खोलेगी. इन दुकानों पर श्रद्धालु राशन कार्ड दिखाकर राशन ले सकेंगे. यह राशन दो बार, जनवरी और फरवरी में दिया जाएगा. इसके लिए सरकार ने पांच गोदाम बनाने की भी योजना बनाई है.
क्या-क्या मिलेगा?
राशन की दुकानों पर श्रद्धालुओं को अनाज, चीनी और रसोई गैस (एलपीजी सिलेंडर) भी मिलेगी. गैस सिलेंडर के लिए अलग से आउटलेट लगाए जाएंगे.और निर्धारित मुल्य पर दी जाएगी, इस योजना से करीब 2 लाख श्रद्धालुओं को फायदा होगा.
किसे मिलेगा लाभ?
इस योजना का लाभ उन श्रद्धालुओं को मिलेगा जो महाकुंभ में कई दिनों तक रुकते हैं, खासकर कल्पवासी और अखाड़ों में रहने वाले लोग. उन्हें राशन कार्ड के जरिए यह सुविधा दी जाएगी.
सरकार का मकसद
इस योजना का मुख्य मकसद यह है कि महाकुंभ में कोई भी श्रद्धालु भूखा न रहे. इससे भंडारों पर भीड़ कम होगी और सभी को आसानी से भोजन मिल सकेगा. सरकार इस योजना पर 43 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च करेगी.
योगी सरकार की यह पहल श्रद्धालुओं के लिए बड़ी राहत है. इससे महाकुंभ में आने वाले लोगों को भोजन की चिंता नहीं होगी और मेला क्षेत्र में व्यवस्था भी बेहतर होगी.
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