Surname Change Process: भारत में शादियों का सीजन शुरू हो गया है. अभी कुछ समय तक देश में रोजाना लोगों की शादी होगी. भारत में शादी के बाद लड़कियां अपना सरनेम चेंज करती हैं. लड़कियां अपने पति का सरनेम इस्तेमाल करती हैं. हालांकि, आधिकारिक तौर पर उनका नाम तब तक नहीं बदलता, जब तक वे शादी के बाद अपना सरनेम न बदलवा लें.
भारत में अपना सरनेम चेंज करने के लिए पूरी कानूनी प्रक्रिया के तहत गुजरना होता है. इसके लिए आपको कुछ आधिकारिक दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है. शादी के बाद सरनेम चेंज करने की क्या प्रोसेस है और किस तरह से सरनेम चेंज किया जा सकता है. इसके लिए किन दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है, आइये जानते हैं…
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ये है पूरी प्रोसेस
आपको बता दें, शादी के बाद महिलाओं को अपना सरनेम बदलने की जरूरत नहीं है. अगर कोई अपनी इच्छा से शादी के बाद सरनेम बदलना चाहता है तो उसे एक स्टांप पर एफिडेविट बनवाना होगा. एफिडेविट में शादी की पूरी जानकारी दर्ज करवानी होगी. इसमें नए सरनेम के बारे में भी बताना होगा और मैरिज सर्टिफिकेट भी लगवाना होगा. इन सबकी नोटरी करवानी होगी. साथ ही आपको ये जानकारी समाचार पत्र में भी पब्लिश करवानी होगी.
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सरनेम चेंज करवाने के लिए आपको कुछ जरूरी दस्तावेजों की भी जरूरत होगी. जैसे- आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक पासबुक, वोटर आई कार्ड और राशन कार्ड. इन्हें जमा करवाना बहुत जरूरी होते हैं. इनके बिना आप प्रोसेस पूरी नहीं कर सकते.
कुछ सप्ताह में बदल जाएगा सरनेम
पूरी प्रक्रिया के कंप्लीट होने के बाद कुछ सप्ताह से लेकर कुछ महीनों तक का वक्त लग सकता है. इसके बाद, आपका सरनेम चेंज हो जाएगा और पति का सरनेम आपका ऑफिशियल सरनेम हो जाएगा. कानूनन आपका सरनेम बदल जाएगा.