प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छह जून को कटरा-श्रीनगर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई. ये घाटी की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन है. सरकार के इस फैसले से कश्मीर घाटी में रेलवे की कनेक्टिविटी बढ़ेंगी. पर्यटन को भी इसे बढ़ावा मिलेगा. बता दें, ये ट्रेन उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (यूएसबीआरएल) परियोजना का हिस्सा है. साल 1997 में ये शुरू हुआ था. अब 28 साल बाद 272 किलोमीटर की परियोजना शुरू हो पाई.
कटरा से शुरू हुई वंदे भारत एक्सप्रेस श्रीनगर तक जाती है. दोनों के बीच 190 किलोमीटर की दूरी है. ये सफर सिर्फ तीन घंटे में पूरा हो जाएगा. इस सफर को पहले सड़क मार्ग से किया जाता था, जिसमें छह घंटे लग जाते थे. ये ट्रेन अब सात जून से आम जनता के लिए शुरू हो गई है.
देश में फिलहाल 140 वंदे भारत ट्रेनें हैं. 140 वंदे भारत ट्रेनें देश के अलग-अलग हिस्सों में चलती है. लेकिन कटरा-श्रीनगर के बीच चलने वाली ये वंदे भारत दूसरी वंदे भारत से अलग हैं. इसमें अलग सुविधाएं हैं.
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बाकी वंदे भारत ट्रेन से अलग हैं ये सुविधाएं
बता दें, कश्मीर में चलने वाली ये वंदे भारत ऐसे रूट पर चलेगी, जहां ऊंचे पहाड़ हैं, टनल हैं और पुल हैं. इसलिए इसमें एडवांस सेफ्टी टेक्नोलॉजी और स्पेशल ब्रेकिंग सिस्टम लगाए गए हैं. इसमें एंटी स्नो और क्लाइमेट फ्रेंडली टेक्नोलॉजी भी जोड़ी गई है.
वंदे भारत एक्सप्रेस में खास तौर पर सिक्योरिटी को लेकर खास इतंजाम किए गए हैं. ट्रेन में सीसीटीवी मॉनिटरिंग के साथ-साथ जीपीएस ट्रैकिंग भी होगी. वहीं, रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के कमांडो भी ट्रेन में तैनात होंगे. कमांडोज किसी दूसरी वंदे भारत ट्रेने में तैनात होते हैं.
दुनिया के सबसे ऊंचे ब्रिज से गुजरेगी ट्रेन
खास बात है कि कश्मीर घाटी में चलने वाली ये वंदे भारत ट्रेन दुनिया के सबसे ऊंचे पुलिस आर्क ब्रिज से होकर गुजरेगी. ये ट्रेन भारत के सबसे लंबे टनल पीर पंजाल से होकर गुजरेगी. इस ट्रेन में सफर करना लोगों को हमेशा याद रहेगा.