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TMC के आलोचना पर बोले दिनेश त्रिवेदी, कहा- जिस चीज के लिए पार्टी बनाई गई थी, वो अब नहीं रही

दिनेश त्रिवेदी तृणमूल के काफी वरिष्ठ नेता हैं. ऐसे में उनके इस्तीफे से टीएमसी को बड़ा आघात पहुंचा है. हालांकि दिनेश त्रिवेदी के इस्तीफे के बाद से ही टीएमसी उनपर हमला कर रही है. इसपर टीएमसी के पूर्व सांसद दिनेश त्रिवेदी ने पलटवार किया है.   

Updated on: 13 Feb 2021, 04:29 PM

नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal Assembly Elections 2021) होने में अब बस कुछ दिन ही बाकी है. ऐसे में बीजेपी (BJP) और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के बीच भी मुकाबला काफी बढ़ गया है. एक तरफ बीजेपी जहां ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) को हिंदुत्व और श्री राम के नाम पर घेरने की कोशिश कर रही है. वहीं दूसरी तरफ टीएमसी के कई नेता पार्टी से इस्तीफा देकर ममता बनर्जी को झटका दे रहे हैं. हाल ही में टीएमसी के नेता और पूर्व रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने राज्यसभा से इस्तीफा देकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को करारा झटका दिया है.  

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दिनेश त्रिवेदी तृणमूल के काफी वरिष्ठ नेता हैं. ऐसे में उनके इस्तीफे से टीएमसी को बड़ा आघात पहुंचा है. हालांकि दिनेश त्रिवेदी के इस्तीफे के बाद से ही टीएमसी उनपर हमला कर रही है. इसपर टीएमसी के पूर्व सांसद दिनेश त्रिवेदी ने पलटवार किया है.              

टीएमसी के लगातार हमले पर दिनेश त्रिवेदी ने जवाब देते हुए शनिवार को कहा, 'जब नड्डा जी की गाड़ी पर हमला हुआ तो मैंने उसकी आलोचना की. लेकिन पार्टी (TMC) ने मेरी आलोचना की. जब मैंने भ्रष्टाचार की आलोचना की तो पार्टी ने मेरी आलोचना की. जिस चीज के लिए पार्टी बनाई गई थी, वो अब नहीं रही, अब कुछ और ज्यादा जरूरी हो गया है.'

इस्तीफा देने के बाद शुक्रवार को पूर्व रेल मंत्री ने कहा था , 'हमारा इतिहास रहा है कि हमने हिंसा के खिलाफ बोला है... हम कहां बात करें किसी के पास समय नहीं है, जब पार्टी कॉर्पोरेट प्रोफेशनल्स के हाथ में चली जाती है, जिसको राजनीति का क ख नहीं पता वो हमारे नेता बन जाते हैं तो क्या करें.'  बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर दिनेश त्रिवेदी ने कहा, 'अभी तो पहले हम अपने आप को जॉइन कर लें, एक मौका ऐसा आता है जब आप मंथन करते हो, ये मंथन का समय है.'

वहीं बता दें कि शुक्रवार को टीएमसी सांसद सौगत राय ने दिनेश त्रिवेदी के इस्तीफे के सवाल पर जवाब देते हुए कहा था, 'हमें इस बात की जानकारी नहीं है कि उन्होंने इस्तीफा दे दिया दिया है. हालांकि यह हमारे लिए कोई झटका नहीं है. वह कभी जमीनी नेता नहीं थे, लोकसभा का चुनाव भी हार गए थे.'

सौगत रॉय ने आगे कहा, 'वह कभी जमीनी नेता नहीं रहे. लोकसभा चुनाव हारने के बाद उन्हें ममता बनर्जी ने राज्यसभा में भेजा था. तृणमूल कांग्रेस का मतलब जमीनी होताा है. उनके इस्तीफे से पार्टी के अन्य जमीनी कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा.' 

दिनेश त्रिवेदी के इस्तीफे देने के बाद पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि पश्चिम बंगाल के लोगों की सेवा करने वाले एक नेता को टीएमसी में सम्मान नहीं मिला. अगर वह भाजपा में आते हैं तो उनका हम स्वागत करेंगे. विजयवर्गीय ने आगे कहा कि साल भर पहले मुझे दिनेश त्रिवेदी हवाई अड्डे पर मिले थे तो तब उन्होंने कहा था बहुत खराब स्थिति है और मैं काम नहीं कर पा रहा हूं. उन्होंने तूणमूल कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. 

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दूसरी तरफ बीजेपी के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने आगे कहा कि अगर वे (दिनेश त्रिवेदी) बीजेपी में आएंगे तो हम उनका स्वागत करेंगे. सूत्रों के मुताबिक, पिछले एक महीने से दिनेश त्रिवेदी बीजेपी के संपर्क में थे और उन्होंने भगवा दल में एंट्री के इरादे से ही राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया है. दिनेश त्रिवेदी ने इस्तीफा देते हुए राज्यसभा में कहा कि हर इंसान के जीवन में एक घड़ी आती है, जब उसको उसकी अंतरआत्मा की आवाज सुनाई देती है. मेरे लाइफ में भी ऐसी घड़ी आई थी. उन्होंने आगे कहा कि देश बड़ा है या पक्ष. आज देखते हैं कि जब देश की परिस्थिति क्या है. पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है.