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CBI का समन मिलते ही TMC नेता पहुंच गए अस्पताल, डॉक्टर बोले-गो बैक ऑल इज वेल

दागी नेताओं को जांच एजेंसियों का समन मिलते ही बीमार होने का एक चलन हो गया है. इसी राह पर चलते हुए तृणमूल कांग्रेस के मजबूत नेता और पार्टी के बीरभूम जिला अध्यक्ष अनुब्रत मंडल को जैसे ही सीबीआई का समन मिला.

Updated on: 08 Aug 2022, 07:37 PM

कोलकाता:

तृणमूल कांग्रेस के मजबूत नेता और पार्टी के बीरभूम जिला अध्यक्ष अनुब्रत मंडल को जैसे ही सीबीआई का समन मिला. नेता जी अस्पताल पहुंच गए, लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें पूरी तरह फिट करार देते हुए उन्हें एडमिट करने से मना कर दिया. मामला पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से संचालित एसएसकेएम मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल का है. यहां तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता और पार्टी के बीरभूम जिला अध्यक्ष अनुब्रत मंडल सीबीआई का समन मिलने के बाद एडमिट होने के लिए पहुंच गए, लेकिन यहां के डॉक्टरों ने साहस दिखाते हुए जांच के बाद फिट पाए जाने पर एडमिट करने से इनकार कर दिया. 

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दरअसल, पशु तस्करी मामले में पूछताछ के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने मंडल को समन भेजा था. बस क्या था, नेता जी मेडिकल एडमिट होने के लिए एसएसकेएम पहुंच गए. यहां आनन-फानन में सात सदस्यीय मेडिकल बोर्ड ने मंडल की गहन जांच की. इस दौरान डॉक्टरों ने उन्हें पूरी तरह फिट पाया. इसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने से इनकार कर दिया. डॉक्टरों ने उनसे कहा कि उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की कोई जरूरत नहीं है. मेडिकल परीक्षण करने वाले सात सदस्यीय मेडिकल बोर्ड के सदस्य सरोज मंडल ने कहा कि उसे भर्ती करने की कोई आवश्यकता नहीं है. उसकी समस्याएं पुरानी प्रकृति की हैं.. इस पर विचार करने की कोई आवश्यकता नहीं है कि वह तनाव में है.

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सीबीआई ने सोमवार सुबह अनुब्रत मंडल को एक पत्र भेजा था, जिसमें उन्हें मेडिकल जांच पूरी होने के बाद मध्य कोलकाता में एजेंसी के निजाम पैलेस कार्यालय में उपस्थित रहने के लिए कहा गया था. हालांकि, मंडल ने उस ई-मेल को भी नजरअंदाज कर दिया और एसएसकेएम से वह पहले कोलकाता के उत्तरी बाहरी इलाके चिनार पार्क में अपने आवास पर पहुंचे और वहां से फिर वह बीरभूम में अपने पैतृक निवास पहुंचे. इसके बाद वह एसएसकेएम पहुंचे, लेकिन यहां पर उन्हें बहुत ही असहज स्थिति का सामना करना पड़ा. जैसे ही वह अस्पताल के बाहर पहुंचे तो अस्पताल में मौजूद कुछ मरीजों के रिश्तेदारों ने मंडल का मजाक उड़ाना शुरू कर दिया और मवेशी चोर, मवेशी चोर चिल्लाने लगे. हालांकि न तो मंडल और न ही उनके साथ मौजूद किसी ने भी लोगों की नारेबाजी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.