केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) के दौरे से कुछ घंटे पहले कोलकाता में बीजेपी कार्यकर्ता की मौत पर राजनीति गरमा गई है. अमित शाह ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की है और बंगाल सरकार से रिपोर्ट मांगी है. दरअसल बीजेपी युवा मोर्चा के कार्यकर्ता अर्जुन चौरसिया का शव शुक्रवार सुबह उनके घर के पास संदेहास्पद परिस्थिति में फंदे पर लटका मिला. मृतक अर्जुन चौरसिया आज कोलकाता में केंद्रीय मंत्री अमित शाह के स्वागत में निकाले जाने वाली बाइक रैली का नेतृत्व करने वाला था. बीजेपी ने आरोप लगाया है कि तृणमूल कांग्रेस ने उनके कार्यकर्ता की हत्या की है. हालांकि टीएमसी ने इससे इनकार किया है.
कोलकाता में अजुर्न चौरसिया के परिजनों से मिलने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि, इस हत्याकांड में शामिल किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. गृह मंत्रालय पश्चिम बंगाल में होने वाली ऐसी राजनीतिक हिंसा को लेकर चिंतित है और मैंने राज्य सरकार से इस बारे में रिपोर्ट मांगी है. पार्टी कार्यकर्ता की हत्या के बाद अमित शाह ने अपने स्वागत समारोह से जुड़े सभी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया.
यह भी पढ़ें : AAP का आरोप- दिल्ली पुलिस का इस्तेमाल कर रह बग्गा को बचा रही BJP
वहीं बीजेपी की बंगाल इकाई ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, 27 वर्षीय अर्जुन चौरसिया, भारतीय युवा मोर्चा मंडल के उपाध्यक्ष थे. जिन्हें नॉर्थ कोलकाता में बुरी तरह पीटा गया और लटका दिया. विरोधी राजनीतिक कार्यकर्ताओं की लगातार हत्याएं पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र के पतन को उजागर करती है. पिछले साल 57 बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई थी. टीएमसी ने मानवता का गला घोंट दिया है.
बंगाल के बीजेपी नेता राहुल सिन्हा ने आरोप लगाया कि, अर्जुन की हत्या टीएमसी के शीर्ष नेताओं के आदेश पर की गई. क्योंकि वह अमित शाह का स्वागत करने वाले थे. उधर बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ता की मौत के बाद सियासी बवाल शुरू हो गया है. सीएम ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस और भाजपा लगातार एक-दूसरे पर हिंसा और हत्याओं का आरोप लगाते आए हैं. आज दोनों दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मृतक चौरसिया के घर के बाहर घंटों विरोध प्रदर्शन किया. गृहमंत्री के दौरे से पहले इन प्रदर्शनों के कारण तनाव बढ़ गया.