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बंगाल में 'जय श्रीराम' के नाम पर बैन है? राम नाम के मास्क बांटने पर बीजेपी नेता गिरफ्तार

बंगाल के हुगली में  बीजेपी नेता द्वारा 'जय श्रीराम' के नाम के मास्क बांटना ममता बनर्जी की पुलिस को भी रास नहीं आया. जिसके बाद पुलिस बीजेपी नेता को पकड़कर ले गई.

Updated on: 11 Feb 2021, 07:58 AM

highlights

  • बंगाल में 'जय श्रीराम' का नाम बैन है?
  • श्रीराम के नाम के मास्क बांटने पर गिरफ्तारी
  • हुगली में पुलिस ने BJP नेता को गिरफ्तार किया

हुगली:

पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी घमासान मचा है. पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी का किला ध्वस्त करने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने पूरी ताकत झोंक दी है तो खुलकर हिंदुत्व छवि के साथ चुनावी दंगल में उतरी है. बीजेपी के तरकश में हिंदुत्व और राष्ट्रवाद के मुद्दे हैं तो बंगाल में बीजेपी ने 'जय श्रीराम' के नारे को भी मुद्दा बना लिया है. 'श्रीराम' के नाम के तीर बीजेपी लगातार ममता बनर्जी की ओर चला रही है, जो टीएमसी की मुखिया के लिए मुसीबत बनते जा रहे हैं. इसी कड़ी में बंगाल के हुगली में  बीजेपी नेता द्वारा 'जय श्रीराम' के नाम के मास्क बांटना ममता बनर्जी की पुलिस को भी रास नहीं आया. जिसके बाद पुलिस बीजेपी नेता को पकड़कर ले गई.

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बताया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल के हुगली के सेरामपुर में बीजेपी के नेता अमनिश अय्यर लोगों को 'जय श्रीराम' के नाम के मास्क बांट रहे थे. इसी दौरान पुलिस वहां पहुंची और बीजेपी नेता को गिरफ्तार कर लिया. इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने भी इसका विरोध करते हुए जमकर जय श्रीराम के नारे लगाए. बीजेपी नेता को गिरफ्तार किए जाने पर पार्टी उनके साथ खड़ी हो गई है. बीजेपी ने मास्क बांटने पर पार्टी नेता को गिरफ्तार किए जाने को पूर्ण तानाशाही करार दिया है. 

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बीजेपी की बंगाल इकाई ने ट्वीट किया, 'पूर्ण तानाशाही! बीजेपी कार्यकर्ता को सेरामपुर, हुगली पुलिस ने गिरफ्तार किया. उनका 'गंभीर अपराध' यह था कि उन्होंने 'जय श्रीराम' मास्क पहनने और वितरित करने का साहस किया. यह पिशी बंगाल है, जहां डेमोक्रेसी में एक हजार लोग मारे गए हैं.' 

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भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने भी इस मामले पर ममता बनर्जी को घेरा है. उन्होंने ट्वीट किया, 'ममताजी की दमनकारी नीति के खिलाफ शेरदिल कार्यकर्ताओं का आंदोलन...राम नाम के मास्क बांटना भी अपराध है.'