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100 घंटे से बंगाल के कई इलाकों में बिजली पानी नहीं, सड़कों पर उतरे नाराज लोग

पश्चिम बंगाल में आए अम्फान साइक्लोन के बाद तबाही से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बिजली और पानी जैसी बुनियादी जरूरतों के लिए लोगों को खासा संघर्ष करना पड़ रहा है. लोग इससे खासे नाराज हैं.

Updated on: 26 May 2020, 08:32 AM

कोलकाता:

कोरोना वायरस के कारण पश्चिम बंगाल में भारी तबाही हुई है. तूफान गुजरने के कई दिनों बाद भी स्थिति सामान्य नहीं हो पाई है, हालत यह है कि कोलकाता सहित बंगाल के कई इलाकों में लोगों को बिजली पानी जैसी बुनियादी जरूरतों के लिए जूझना पड़ रहा है. पुलिस को लोगों को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ रहा है. कई इलाके तो ऐसे है जिनमें 100 घंटे से बिजली पानी की आपूर्ति अभी तक बहाल नहीं हो पाई है.

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दरअसल पिछले सप्ताह आए सुपर साइक्लोन अम्फान ने बंगाल में जमकर तबाही मचाई थी. कई इलाकों में पेड़ गिरने से बिजली के खंभे और पानी की लाइनें टूट गई. कई दिन से बिजली पानी की सप्लाई न होने से लोग खासे नाराज हैं. उन्होंने सड़क पर उतर प्रदर्शन किया. लोगों का कहना है कि चार दिन से वह बिजली और पानी के लिए संघर्ष कर रहे हैं.

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बीजेपी ने साधा निशाना
बंगाल में हजारों की संख्या में पेड़ उखड़ गए. बंगाल सरकार स्थिति को सामान्य करने का प्रयास कर रही है लेकिन बीजेपी को सरकार को घेरने का मौका मिल गया है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने साल्टलेक इलाके में खुद पेड़ों की कटाई की और साथ में राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा.