Murshidabad Violence: मुर्शिदाबाद हिंसा के बाद 500 हिंदुओं का पलायन, मालदा पहुंचे कई हिंदू परिवार
Murshidabad Violence: पश्चिम बंगाल के मालदा में हिंसा के बाद करीब 500 हिंदू परिवार पलायन को मजबूर हैं. कई परिवार अपने पैतृक घरों को छोड़कर मालदा पहुंच गए हैं. लेकिन, क्या हैं अभी के मौजूदा हाल आइए देखते हैं.
Murshidabad Violence: पश्चिम बंगाल के मालदा में हिंसा के बाद करीब 500 हिंदू परिवार पलायन को मजबूर हैं. कई परिवार अपने पैतृक घरों को छोड़कर मालदा पहुंच गए हैं. लेकिन, क्या हैं अभी के मौजूदा हाल आइए देखते हैं.
Murshidabad Violence hindu migrated Photograph: (Social)
Murshidabad Violence: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद से बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां हिंसा के बाद 500 हिंदुओं का पलायन हुआ है. मुर्शिदाबाद से पलायन कर कई हिंदू मालदा पहुंचे हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए इस बवाल को लेकर जल्द गृह मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपी जाएगी. साथ ही पैरामिलिट्री की 5 कंपनियों को तैनात करने का आदेश दिया है. इसके अलावा BSF के ADG मुर्शिदाबाद, मालदा का दौरा करेंगे. पीड़ितों का कहना है कि सिर्फ हिंदुओं का निशाना बनाया जा रहा है.
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बताया जा रहा पलायन करने वाले ये सभी लोग अपना पैतृक घर छोड़कर पलायन पर मजबूर हैं. हालात इतने बद्तर हैं कि मुर्शिदाबाद, मालदा, बीरभूम के कई इलाकों में इंटरनेट बंद हो चुका है. इतना ही नहीं कई हिंदू परिवारों ने तो मालदा के एक स्कूल में शरण ली है. इसे देखते हुए न्यूज नेशन की टीम ग्राउंड जीरो पर पहुंची. खुलियान इलाके के बैंक मोड़ पर हिंसा की शुरुआत हुई थी वहां न्यूज नेशन की टीम ने लोगों से बात की और पीड़ितों का दर्द जाना.
सड़कों पर पुलिस और अर्धसैनिक बलों की गश्त
बता दें कि रविवार से ही मुर्शिदाबाद की सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है. जहां कभी चहल-पहल हुआ करती थी, वहां अब पुलिस और अर्धसैनिक बलों की गश्त दिखाई दे रही है. सोमवार को भी ज्यादातर हिस्सों में सन्नाटा ही पसरा हुआ है. दुकानों के शटर नीचे हैं और लोग घरों में ही कैद. जनजीवन लगभग ठप सा हो गया है. राज्य पुलिस और सीएपीएफ की शनिवार रात से संयुक्त गश्त शुरू हो चुकी है. कलकत्ता हाईकोर्ट की विशेष खंडपीठ के आदेश के बाद यह फैसला लिया गया. सुरक्षा बलों की तैनाती का मकसद है दंगाग्रस्त इलाकों में शांति बहाल करना और जनता में विश्वास लौटाना.
स्थानीय लोगों में दहशत
इस हिंसा की वजह से आम नागरिकों के बीच दहशत का माहौल है. कई स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्होंने वर्षों में ऐसा तनावपूर्ण माहौल नहीं देखा. स्कूल-कॉलेज, दफ्तर, बाजार – सब कुछ बंद है. व्यापार भी चौपट हो गए हैं. व्यापारी खुद परेशान हैं. सभी को नुकसान झेलना पड़ रहा है.