logo-image

TMC में आंतरिक कलह के बीच ममता का बड़ा कदम, नई वर्किंग कमेटी का ऐलान

तृणमूल कांग्रेस में चल रही आंतरिक कलह को लेकर पार्टी के शीर्ष पदाधिकारियों की बुलाई गई आपात बैठक के बाद 20 सदस्यीय राष्ट्रीय कार्यसमिति की घोषणा की गई है

Updated on: 13 Feb 2022, 12:06 AM

कोलकाता:

तृणमूल कांग्रेस में 'एक व्यक्ति एक पद' पर छिड़े विवाह के बीच  पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के आवास पर शनिवार शाम को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई. सूत्रों के मुताबिक बैठक में सिर्फ छह वरिष्ठ नेता- राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी, महासचिव पार्थ चटर्जी, प्रदेश पार्टी अध्यक्ष सुब्रत बख्शी और मंत्रियों फिरहाद हकीम, अरूप विश्वास और चंद्रिमा भट्टाचार्य ही शामिल हुए थे. तृणमूल कांग्रेस (TMC) में चल रही आंतरिक कलह को लेकर पार्टी के शीर्ष पदाधिकारियों की बुलाई गई आपात बैठक के बाद 20 सदस्यीय राष्ट्रीय कार्यसमिति (National Working Committee) की घोषणा की गई है. बनर्जी के राष्ट्रीय महासचिव के रूप में बने रहने की संभावना है, लेकिन अभी तक पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है.

अपने भतीजे सहित वरिष्ठ सदस्यों के साथ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के आवास पर बैठक के बाद तृणमूल के वरिष्ठ नेता पार्थ चटर्जी ने संवाददाताओं से कहा कि टीएमसी सुप्रीमो बाद में पार्टी के नए पदाधिकारियों का नाम बताएंगी. राष्ट्रीय कार्य समिति में जगह पाने वाले नेताओं में अमित मित्रा, पार्थ चटर्जी, सुब्रत बख्शी, सुदीप बंदोपाध्याय, अभिषेक बनर्जी, अनुब्रत मंडल, अरूप विश्वास, फिरहाद हकीम और यशवंत सिन्हा शामिल हैं.

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड, गोवा समेत यूपी की 55 सीटों पर थम गया चुनाव प्रचार, 14 फरवरी को वोटिंग 

चटर्जी ने कहा, “ममता बनर्जी के पार्टी के अध्यक्ष के रूप में फिर से चुने जाने के बाद, उन्होंने पार्टी मामलों की देखभाल के लिए एक छोटी समिति की घोषणा की थी. आज उस समिति की एक बैठक थी और उस बैठक में उन्होंने नई राष्ट्रीय कार्य समिति की घोषणा की है.” उन्होंने आगे कहा, “ममता बनर्जी बाद में नए पदाधिकारियों की नियुक्ति करेंगी और फिर इसे चुनाव आयोग को भेजा जाएगा.”

दरअसल, सत्तारूढ़ टीएमसी में कलह शुक्रवार को उस समय बढ़ गई जब पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के करीबी माने जाने वाले नेताओं ने ‘एक व्यक्ति एक पद’ की खुलकर वकालत की, जिसके अनुसार पार्टी के एक सदस्य को एक पद पर रहना चाहिए. हालांकि हकीम समेत पार्टी के पुराने नेताओं का एक वर्ग इस कदम को पार्टी अनुशासन के खिलाफ बता रहा है.