महाकुंभ में अब 60 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं. अब महाकुंभ के खत्म होने में तीन शेष रह गए हैं. ऐसे में यहां पर दूसरे राज्यों से आने वाला जनसैलाब बरकरार है. लोगों के आने का सिलसिला यहां पर बना हुआ है. 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के मौके पर काफी भीड़ यहां पर आने की संभावना बनी हुई है. हाल ही में महाकुंभ को लेकर पंश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. इसके बाद भी पश्चिम बंगाल की जनता में पवित्र त्रिवेणी स्नान को लेकर गजब का उत्साह देखा जा रहा है. पश्चिम बंगाल के आसनसोल से 2,000 श्रद्धालुओं का दल 40 बसों में सवार होकर संगम में स्नान करने पहुंच रहा है. यह बसें महाकुंभ नगर की ओर रवाना हो चुकी हैं.
महायात्रा कई मायनों में अहम है
अयोध्या के प्रमुख संत स्वामी दिलीप दास त्यागी का कहना है कि सभी श्रद्धालु रविवार को महाकुंभ पहुंचेंगे. इसके साथ अयोध्या के संतों के साथ मंत्रोच्चार के बीच संगम में पुण्य स्नान करेंगे. पश्चिम बंगाल से आयोजक मंडल के अध्यक्ष कृष्णा प्रसाद का कहना है कि महाकुंभ की महायात्रा कई मायनों में अहम है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन काफी बेहतर तरीके से हो रहा है. यहां के आयोजन से प्रभावित होकर पश्चिम बंगाल के लोग बड़ी संख्या में यहां पर पहुंच रहे हैं.
भव्यता के दर्शन करना चाहते हैं
वे यहां की भव्यता के दर्शन करना चाहते हैं. इस दौरान एक विशेष यज्ञ का आयोजन भी होगा. इसमें पश्चिम बंगाल के साथ-साथ देश के कई राज्यों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग लेंगे. महाकुंभ को लेकर बीते दिनों पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बेहद विवादित टिप्पणी की थी. इसके उलट बंगाल के लोगों ने इस धार्मिक आयोजन का समर्थन किया है.
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