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CM ममता बोलीं- अलपन के साथ बहुत कुछ चल रहा है, सरकार करेगी पूरा सपोर्ट

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि अलपन के साथ बहुत कुछ चल रहा है,अलपन को सरकार पूरा सपोर्ट करेगी. मीडिया से बात करते हुए ममता ने कहा कि अलपन बंदोपाध्याय को लेकर अब सवाल मत पूछिए, वो चैप्टर बंद हो चुका है.

Updated on: 02 Jun 2021, 04:40 PM

highlights

  • अलपन बंदोपाध्याय को पूरा सपोर्ट किया जाएगा- ममता
  • 1987 बैच के आईएएस अधिकारी हैं अलपन
  • अब तक कई विभागों की जिम्मेदारी उठा चुके हैं

नई दिल्ली:

अलपन बंदोपाध्याय (Alapan Bandyopadhyay) बीते कुछ दिनों से यह नाम राजनीतिक हलकों में जोर-शोर से लिया जा रहा है. अब जबकि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने अलपन बंदोपाध्याय (Alapan Bandyopadhyay News) को अपना मुख्य सलाहकार बनाने का ऐलान कर सभी को चौंका दिया. ममता ने मंगलवार से अलपन बंदोपाध्याय मुख्य सलाहकार के तौर पर काम शुरू करेंगे. वहीं मुख्य सचिव पद की जिम्मेदारी हरिकृष्ण द्विवेदी को सौंपी गई है. केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय के आदेश के बाद भी बंगाल सरकार ने सोमवार को मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय को रिलीव कर दिल्ली नहीं भेजा.

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इतना ही नहीं बाद में बंदोपाध्याय को सेवानिवृत्त मानकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का मुख्य सलाहकार नियुक्त कर दिया गया. केंद्र और ममता बनर्जी सरकार के बीच खींचतान के बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आपदा प्रबंधन अधिनियम के सख्त प्रावधान के तहत अलपन बंदोपाध्याय को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. इस प्रावधान के तहत दो साल तक की कैद हो सकती है.

जिसके बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि अलपन के साथ बहुत कुछ चल रहा है. अलपन को सरकार पूरा सपोर्ट करेगी. मीडिया से बात करते हुए ममता ने कहा कि अलपन बंदोपाध्याय को लेकर अब सवाल मत पूछिए, वो चैप्टर बंद हो चुका है. पश्चिम बंगाल काडर के 1987 बैच के आईएएस अधिकारी बंदोपाध्याय 60 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद 31 मई को रिटायर होने वाले थे. हालांकि, केंद्र से मंजूरी के बाद उन्हें तीन महीने का सेवा विस्तार दिया गया था. सेवा विस्तार दिए जाने के सिर्फ चार दिन बाद ही केंद्र सरकार ने उनकी सेवाएं मांगी. ममता सरकार से कहा गया कि अपने मुख्‍य सचिव को तुरंत कार्यमुक्त करे.

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कौन हैं अलपन बंदोपाध्याय ?

1961 में कोलकाता में पैदा हुए अलपन बंदोपाध्याय ने स्कूली शिक्षा नरेंद्रपुर रामकृष्ण मिशन से ली. उन्होंने प्रेसिडेंसी कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया और फिर कलकत्ता यूनिवर्सिटी से पीजी कंप्लीट किया. मास्टर्स की डिग्री लेने के बाद अलपन बंदोपाध्याय ने पत्रकारिता में करियर की शुरुआत की. साल 1987 में बंगाल से आईएएस परीक्षा में टॉप किया. इसके बाद उनका शानदार करियर रहा. अलपन पश्चिम बंगाल से IAS बैच 1987 के अधिकारी थे. वह पहले हावड़ा, उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिलों के जिला मजिस्ट्रेट थे. उन्होंने कोलकाता नगर आयुक्त के रूप में भी काम किया था.